Print Sermon

इस वेबसाईट का उद्देश्य संपूर्ण विश्व भर के पास्टर्स व प्रचारकों को, विशेषकर तीसरी दुनिया के पास्टर्स व प्रचारकों को नि:शुल्क हस्तलिखित संदेश और संदेश के विडियोज उपलब्ध करवाना है, जहां बहुत कम धर्मविज्ञान कॉलेज और बाइबल स्कूल्स हैं।

इन संदेशों की पांडुलिपियां प्रति माह २२१ देशों के १,५००,००० कंम्प्यूटर्स पर इस वेबसाइट पते पर www.sermonsfortheworld.com जाती हैं। सैकड़ों लोग इन्हें यू टयूब विडियो पर देखते हैं। किंतु वे जल्द ही यू टयूब छोड़ देते हैं क्योंकि विडियों संदेश हमारी वेबसाईट पर पहुंचाता है। यू टयूब लोगों को हमारी वेबसाईट पर पहुंचाता है। प्रति माह ये संदेश ४२ भाषाओं में अनुवादित होकर १२०,००० प्रति माह हजारों लोगों के कंप्यूटर्स पर पहुंचते हैं। उपलब्ध रहते हैं। पांडुलिपि संदेशों का कॉपीराईट नहीं है। आप उन्हें बिना अनुमति के भी उपयोग में ला सकते हैं। आप यहां क्लिक करके अपना मासिक दान हमें दे सकते हैं ताकि संपूर्ण विश्व में सुसमाचार प्रचार के इस महान कार्य में सहायता मिल सके।

जब कभी आप डॉ हायमर्स को लिखें तो अवश्य बतायें कि आप किस देश में रहते हैं। अन्यथा वह आप को उत्तर नहीं दे पायेंगे। डॉ हायमर्स का ईमेल है rlhymersjr@sbcglobal.net. .




मिशनरी होने के लिए हमारी बुलाहट !

OUR CALL TO BE MISSIONARIES!
(Hindi)

डॉ आर एल हायमर्स, जूनि.,
पास्टर इमेरिटस
by Dr. R. L. Hymers, Jr.,
Pastor Emeritus

लॉस ऐंजीलिस के बैपटिस्ट टैबरनेकल में रविवार, ८ मार्च २०२० की
दोपहर को दिया गया संदेश
A sermon preached at the Baptist Tabernacle of Los Angeles
Lord’s Day Afternoon, March 8, 2020


यशायाह, जैसा मुझे प्रतीत होता है, सारे भविष्यद्रष्ट्राओं में सबसे बड़े थे। प्रश्न उठता है कि कैसे यशायाह परमेश्वर के भक्त बन गए? तो यशायाह पुस्तक के छटवें अध्याय में हमें इसका उत्तर मिलता है।

‘‘जिस वर्ष उज्जिय्याह राजा मरा, मैं ने प्रभु को बहुत ही ऊंचे सिंहासन पर विराजमान देखा; और उनके वस्र के घेर से मन्दिर भर गया’’ (यशायाह ६:१; पेज ७१८ स्कोफील्ड)

यशायाह ने साराप को पुकार पुकारकर कहते हुए सुना, ‘‘पवित्र, पवित्र, पवित्र सेनाओं का यहोवा पवित्र, पवित्र, पवित्र है; सारी पृथ्वी उनके तेज से भरपूर है’’ (यशायाह ६:३)

छोटा यशायाह, उज्जिय्याह राजा को, जो एक अच्छा व सम्मानीय राजा था, बहुत चाहता था। परंतु अब राजा की मृत्यु हो चुकी है। अब यशायाह का क्या होगा जबकि एक अच्छा राजा इस दुनिया में नहीं रहा? मैं सोचता हूं कि उसने भी आप लोग जैसा महसूस किया होगा। जैसे आप को निराशा लगती होगी कि हमारा चर्च समाप्त हो गया है। परंतु इस प्रसंग को याद रखिए कि परमेश्वर ने अपनी कृपा यशायाह के ऊपर से नहीं हटाई ।

यहोवा परमेश्वर ने यशायाह को अपने दिव्य दर्शन से ऐसा तृप्त कर दिया था कि यशायाह आशारहित हताशा में नहीं घिर पाया। इसके बदले, यहोवा के दर्शन ने उसे बड़े अनूठे ढंग से अपनी जकड़ में ले लिया। तब यशायाह बोल उठे,

‘‘हाय! हाय! मैं नाश हूआ; क्योंकि मैं अशुद्ध होंठ वाला मनुष्य हूं, और अशुद्ध होंठ वाले मनुष्यों के बीच में रहता हूं; क्योंकि मैं ने सेनाओं के यहोवा महाराजाधिराज को अपनी आंखों से देखा है’’ (यशायाह ६:५)

+ + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + +

हमारे उपदेश अब आप के सेल फोन पर उपलब्ध हैं
WWW.SERMONSFORTHEWORLD.COM पर जाइए
हरे रंग के बटन जिस पर ‘‘एप" शब्द लिखा हुआ है उस पर क्लिक कीजिए।
जो निर्देश आते हैं उनके अनुसार चलिए।

+ + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + + +

यशायाह का यह दर्शन देखना अर्थात उसके लिए एक महत्वपूर्ण आत्मिक विकास का अवसर आ पहुंचा था! आपके लिए भी आ सकता है। पर सब बातों से ऊपर आपकी चाह यहोवा के लिए होनी चाहिए! कुछ लोगों के लिए तो डॉ ए डब्ल्यू टोजर का कथन था, ‘‘वे चर्च छोड़कर इसलिए नहीं चले गए कि वे परमेश्वर को नहीं चाहते थे — परंतु उनको कुछ ऐसा मिल गया था जिसे वे परमेश्वर से बढ़कर चाहते थे.......जब उनके पुराने स्वभाव ने सिर उठाया, उन्होंने परमेश्वर की ओर से पीठ फेर ली और अपने चर्च से दूर हो गए। वे परमेश्वर से रहित जवान लड़के और लड़कियों की संगति में चले गए थे। वे सांसारिक मित्रता में खो गए। वे ऐसी नौकरियां करने लगे जहां परमेश्वर को प्रसन्न करने और उनकी महिमा करने का कोई मौका नहीं था। वे पुनः संसार में खो गए। जो वस्तु उन्हें सबसे अधिक भाती थी, उसे पाने के लिए दृढ़ संकल्पी हो गए.......अतः मैं ऐसे लोगों को संदेश द्वारा इस धोखे में रखने से इंकार करता हूं कि आप मसीही भी हो सकते हैं और और इसके साथ वर्तमान सांसारिकपन को भी पसंद कर सकते हैं, जो कि आपको नहीं करना चाहिए। हां, आप धार्मिक पाखंडी बनकर संसारीपन को भी पसंद कर सकते हैं। आप एक धोखेबाज पास्टर हो सकते हैं और संसार से भी आसक्ति रख सकते है। आप एक सस्ते आधुनिक प्रचारक हो सकते हैं जो जगत पर मोहित होता रहता है। यह बात तो तय है कि आप बाइबल आधारित सच्चे मसीही जन तो कदापि नहीं हो सकते हैं जो जगत की बातों से दिल लगाए बैठे हैं। भले ही इस सिद्धांत के साथ मैं अकेला खड़ा रहूं तौभी मैं आपसे इस विषय में असत्य नहीं कहूंगा’’ (द टोजर पुल्पिट)

पुनः डॉ टोजर कहते हैं, ‘‘मेरे विचार से तो आजकल के चिंता मुक्त, सतही प्रचारकों की सबसे बड़ी आवश्यकता है कि उन्हें मंदिर में परमेश्वर का उँचे पर विराजमान उनके भव्य वस्त्र के विस्तार का अनूठे दर्शन देखने को मिले जिससे वे अत्यंत प्रभावित हो जाएं।’’ जब तक परमेश्वर यहोवा का ऐसा दर्शन नहीं मिलता है तब तक ‘‘हम अपनी ही युक्तियां लगाते हैं और सस्ते व घटिया क्रियाकलाप से चर्च के लोगों का ध्यान आकर्षित करने करते हैं.....हम संकरे मार्ग पर चलने से इतना भय खाते हैं तभी तो हमने अपने दरवाजे संसारी बातों के लिए खोल दिए हैं। ऐसा करना केवल आत्मिक त्रासदी को उत्पन्न करता है। सुसमाचार प्रचार का कार्य परमेश्वर के प्रति अपनी गुणवत्ता में गिर रहा है, संसार और पाप के प्रति नजरिया रखने में अपनी गुणवत्ता से गिरता जा रहा है’’ (लीनिंग इनटू दि विंड)

आइए पद को ध्यान से पढ़ते हैं,

‘‘तब मैं ने कहा, हाय! हाय! मैं नाश हूआ; क्योंकि मैं अशुद्ध होंठ वाला मनुष्य हूं, और अशुद्ध होंठ वाले मनुष्यों के बीच में रहता हूं; क्योंकि मैं ने सेनाओं के यहोवा महाराजाधिराज को अपनी आंखों से देखा है!’’ (यशायाह ६:५)

तभी उसी क्षण परमेश्वर की अग्नि से छोटा यशायाह शुद्ध किया गया ‘‘इसलिये तेरा अधर्म दूर हो गया और तेरे पाप क्षमा हो गए’’ (यशायाह ६:७)

इसके बाद पद को ८ पढ़िए‚ ‘‘तब मैं ने प्रभु का यह वचन सुना‚ मैं किस को भेंजूं और हमारी ओर से कौन जाएगा? तब मैं ने कहा‚ मैं यहां हूं! मुझे भेज’’ (यशायाह ६:८)

जब चर्च दो धड़ों में बंटा, मुझे निश्चित लगने लगा कि मैं सुसमाचार सुनाने की लगन खो बैठूंगा। तो मैंने तय किया मैं हर रात तीन लोगों के साथ बिताउंगा, जिन्होंने मसीह के लिए सब कुछ दे डाला था — वे थे पास्टर रिचर्ड वर्मब्रैंड, जॉन वेस्ली और चीन का अंतिम पथ प्रदर्शक मिशनरी जोनॉथन गोफोर्थ। यह एक बुद्धिमता पूर्ण निर्णय था। मैने हमारे बेडरूम से जुड़ा एक छोटा सा बाथरूम बनवा लिया। यह बेडरूम वह स्थान था जहां मैं अपनी प्रार्थना करता परमेश्वर के इन तीन महान लोगों की संगति करता था। वर्मब्रैंड से मैंने दृढ़ता सीखी। वेस्ली से सीखा कैसे एक के बाद एक आ रही परीक्षाओं में से होते हुए आगे बढ़ना जारी रखे। किंतु गोफोर्थ और उनकी पत्नी रोजेलिंड से मैंने सीखा कि हमें घुटनों पर बैठकर प्रार्थना करना चाहिए। हडसन टेलर ने एक पत्र को लिखा था जिसने गोफोर्थ दंपति को प्रेरित किया। हडसन टेलर ने लिखा, ‘‘हम (चीन) के होनान प्रांत में प्रवेश करने के दो साल के अपने मिशन में अभी हाल ही में सफल हुए हैं। अगर आपको उस राज्य में प्रवेश करना है तो आपको घुटने पर प्रार्थना करते रहनी होगी।’’ हडसन टेलर के यही शब्द गोफोर्थ के नार्थ होनान मिशन का नारा बन गए।

उस दौरान उनकी बच्ची की मृत्यु हो गयी। गोफोर्थ ने लिखा, ‘‘गर्टरूड नहीं रही। यह हमारे लिए एक बड़ी हानि है। दो सप्ताह पहिले तक तो वह अच्छी थी, किंतु छः दिन तक दस्त की बीमारी के कारण, जुलाई २४ को उसकी मृत्यु हो गयी। एक गाड़ी में उसके शव को रखकर मैं पचास मील……..तक ले गया वहां संध्या काल में हमने अपनी बहुत प्यारी बेटी को विश्राम में लिटा दिया।’’ दो छोटी चीनी लड़कियां हर दिन हमारी प्रियतम बेटी की कब्र पर ताजे फूल रखने के लिए आती थी।

गर्टरूट के जाने के बाद मिसिस गोफोर्थ ने एक भोर के समय सुंदर से पुत्र को जन्म दिया। उसका नाम उन्होंने ‘‘वी डोनेल्ड’’ रखा। वह एक दिन नीचे गिरा तो उसके छोटे से सिर में चोट लग गयी। धीरे धीरे उसके हाथ और पैर चलना बंद हो गए। भीषण गर्मी पड़ रही थी, २५ जुलाई का दिन था, केवल उन्नीस महिने के वी डोनेल्ड ने दम तोड़ दिया। दूसरी बार, गोफोर्थ अपने पुत्र को पचास मील दूर कब्रस्थान में ले गए। वी डोनेल्ड को भी अपनी छोटी बहिन के पड़ोस में लिटा दिया गया। वहां से लौटकर तुरंत गोफोर्थ और उनकी प्रिय पत्नी नार्थ होनान में ही उनके नये घर में रहने के लिए चले गए। पांच महिने का छोटा बालक पॉल उनके साथ था।

फिर जोनाथन गोफोर्थ टाइफाइड बुखार के कारण मरणासन्न दशा में पहुंच गए थे। वह जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे थे। ३ जनवरी को बेबी फ्लॉरन्स का जन्म हुआ। उस गर्मी के मौसम में इतना भीषण ताप था कि छोटा पॉल लू लगने से लगभग मर ही गया था। परंतु जब लू का असर उतरा तब उसकी जान बची।

ऐसी कई भयानक तकलीफें और परीक्षाएं आयीं। उनके पहिले बच्चे की मौत बसंत में हुई। उनकी दूसरी संतानें मलेरिया और मैनिनजाइटिस से खत्म हो गयीं। बाद में बॉक्सर बगावत के कारण गोफोर्थ और उनकी पत्नी को भागना पड़ा। उनकी हत्या हो जाने वाली थी जिससे वे आश्चर्यजनक रूप से बचे।

मिसिस रोजेलिंड बहरी हो चुकी थीं। जोनॉथन उनके कान बन गए। जब गोफोर्थ पूरी तरह अंधे हो गए, तब उनकी पत्नी उनकी आंख बन गयीं। एक दिन जोनाथन नींद में ही चल बसे। रोजेलिंड का देहांत बॉथरूम में हुआ। पिता के अंतिम संस्कार पर बेटे पॉल ने कहा, ‘‘मेरे लिए मेरे पिता एक महान आदमी थे।’’ उनकी पुत्री रूथ वियतनाम में मिशनरी थी। रूथ ने अपनी मां रोजेलिंड को पत्र लिखा‚ ‘‘मैं केवल अपने पिता के जाने के उस महिमामयी भाग के बारे में सोचती हूं........परमेश्वर पिता ने उन्हें और उच्च सेवा के लिए उन्नत कर दिया है।’’

पति के देहांत के पश्चात उनकी पत्नी रोजेलिंड ने गोफोर्थ ऑफ चायना पुस्तक लिखी। सचमुच कितनी अदभुत थी मिशनरी रोजेलिंड गोफोर्थ!

अपने पति से पहिली मुलाकात में उन्होंने उनकी बाइबल देखी। ‘‘मैंने उनकी बाइबल को लगभग तार — तार पाया और पूरी बाइबल में पदों के नीचे लाईन खींची हुई थी।’’ रोजेलिंड ने कहा, ‘‘मैं ऐसे ही आदमी से विवाह करना चाहती थी।’’ उस शरद ऋतु में जोनाथन ने उनके सामने प्रस्ताव रखा‚ ‘‘क्या तुम मेरे साथ चीन चलोगी?’’ उसका उत्तर था‚ ‘‘हां।’’ कुछ दिनों बाद जोनाथन ने यह पूछा‚ ‘‘क्या तुम मुझसे यह वायदा करोगी कि तुम मुझे मेरे जीवन में परमेश्वर और उनके कार्य को पहिला स्थान देने दोगी‚ तुमसे भी पहिले?’’ रोजेलिंड ने उत्तर दिया, ‘‘हां, हमेशा ऐसा ही होगा‚ यह मेरा वायदा है।’’ उसने बमुश्किल से यह जाना होगा कि इस वायदे की क्या कीमत उसे चुकानी होगी!

‘‘तब मैं ने प्रभु का यह वचन सुना‚ मैं किस को भेंजूं‚ और हमारी ओर से कौन जाएगा? तब मैं ने कहा‚ मैं यहां हूं! मुझे भेज’’ (यशायाह ६:८)

हमारे चर्च ने उन लोगों को खो दिया जो मिशनरी बनने की इच्छा नहीं रखते। मेरी प्रार्थना है कि इस दोपहर हरेक व्यक्ति जो यहां उपस्थित है‚ मिशनरी हो जाए। हमारे इंटरनेट मिशन को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक पैसों को जमा करने में परेशानी का सामना करना होगा। ऐसे में आप और हम पूरे संसार के लिए मिशनरी हो सकते हैं (१) कि हम आत्माओं को जीतें (२) हमारे विश्व व्यापी मिशन के लिए प्रार्थना करें (३) प्रत्येक महिने पर्याप्त पैसा दें ताकि इंटरनेट मिशन जारी रहे और तीसरी दुनिया के मिशनरियों को सुसमाचार प्रचार के संदेश तैयार करने में मदद मिल सके‚ जिसमें यह संदेश भी सम्मिलित है। एक मिशनरी पास्टर ने हमारे आज के अवसरों के बारे में कहा है, ‘‘क्योंकि हमारे परमेश्वर विश्व व्यापी परमेश्वर हैं‚ हमें भी विश्व व्यापी मसीही होने के साथ विश्व व्यापी मिशन में लगे रहना है।’’ क्या आपका उत्तर भी रोजेलिंड गोफोर्थ के समान होगा, हां, हमेशा?’’

मुझे अपने दर्शन से तृप्त कर दीजिए, विनती है‚ मैं आज केवल यीशु को देखने पाऊँ;
   गहरी घाटियों से आप मुझे लेकर चलते हैं तौभी आपकी अलौकिक आभा मुझे घेरे रखती है।
अपने दर्शन से तब तक तृप्त करें, मेरे स्वर्गिक मसीहा, कि आपके तेज से मेरा आत्मा चमके।
   मुझे अपने दर्शन से तृप्त कर दीजिए, कि सब आपकी पवित्र छवि को मुझमें देख सकें।

मुझे अपने दर्शन से तृप्त कर दीजिए, प्रभु, कि मैं हरेक इच्छा आपकी महिमा के लिए रखूं,
   आत्मा प्रेरित हो, आपकी सिद्धता से, आपके पवित्र प्रेम से, मेरे मार्ग रोशन हो स्वर्गिय तेज से।
मुझे अपने दर्शन से तृप्त करें, स्वर्गिक मसीहा, आपकी महिमा से मेरा आत्मा चमकता रहे।
   मुझे अपने दर्शन से तृप्त कर दीजिए, कि सब आपकी पवित्र छवि को मुझमें देख सकें।

मुझे अपने दर्शन से तृप्त कर दीजिए, कि पाप मेरे भीतर की आभा को मद्दिम न करने पाए।
   मैं केवल आपका धन्य चेहरा देखने पाउं, आपके अनंत अनुग्रह से आत्मा का पोषण करता रहूं।
मुझे अपने दर्शन से तृप्त करें, स्वर्गिक मसीहा, आपकी महिमा से मेरा आत्मा चमकता रहे।
   मुझे अपने दर्शन से तृप्त कर दीजिए, कि सब आपकी पवित्र छवि को मुझमें देख सकें।
(‘‘मुझे अपने दर्शन से तृप्त कर दीजिए’’ एविस बर्जसन क्रिश्चियनसेन की रचना, १८९५—१९८५)


अगर इस संदेश ने आपको आशीषित किया है तो डॉ हिमर्स आप से सुनना चाहेंगे। जब आप डॉ हिमर्स को पत्र लिखें तो आप को यह बताना आवश्यक होगा कि आप किस देश से हैं अन्यथा वह आप की ई मेल का उत्तर नहीं दे पायेंगे। अगर इस संदेश ने आपको आशीषित किया है तो डॉ हिमर्स को इस पते पर ई मेल भेजिये उन्हे आप किस देश से हैं लिखना न भूलें।। डॉ हिमर्स को इस पते पर rlhymersjr@sbcglobal.net (यहां क्लिक कीजिये) ई मेल भेज सकते हैं। आप डॉ हिमर्स को किसी भी भाषा में ई मेल भेज सकते हैं पर अंगेजी भाषा में भेजना उत्तम होगा। अगर डॉ हिमर्स को डाक द्वारा पत्र भेजना चाहते हैं तो उनका पता इस प्रकार है पी ओ बाक्स १५३०८‚ लॉस ऐंजील्स‚ केलीफोर्निया ९००१५। आप उन्हें इस नंबर पर टेलीफोन भी कर सकते हैं (८१८) ३५२ − ०४५२।

(संदेश का अंत)
आप डॉ.हिमर्स के संदेश इंटरनेट पर प्रति सप्ताह पढ सकते हैं
www.sermonsfortheworld.com पर
''पांडुलिपि संदेशों'' पर क्लिक कीजिये।

पांडुलिपि संदेशों का कॉपीराईट नहीं है। आप उन्हें बिना डॉ.
हिमर्स की अनुमति के भी उपयोग में ला सकते हैं। यद्यपि डॉ.
हिमर्स के सारे विडियो संदेश का कॉपीराईट है और उन्हें
अनुमति से उपयोग में ला सकते हैं।