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रक्त के साथ और रक्त के बिना

WITH OR WITHOUT BLOOD
(Hindi)

डॉ आर एल हिमर्स जूनि.
by Dr. R. L. Hymers, Jr.

ल्योस ऐंजीलिस बैपटिस्ट टैबरनेकल में‚ रविवार संध्या २१ जनवरी‚ २०१८
को प्रचार किया गया संदेश
A sermon preached at the Baptist Tabernacle of Los Angeles
Lord’s Day Evening, January 21, 2018

‘‘बिना लोहू बहाए क्षमा नहीं होती" (इब्रानियों ९:२२)


स्पर्जन ने जिन अधिकतम लोगों की मन फिराने में सहायता की थी‚ वे इसके लिए एकाएक तैयार नहीं हो गये थे। अपितु मसीह पर विश्वास लाने के पहले उन्हें काफी दर्द और मानसिक द्वंद से होकर गुजरना पड़ा। तब जाकर उन्हें स्वर्गिक आनंद और पूर्ण आश्वासन की प्रात्ति हुई। स्पर्जन के प्रचार से प्रभावित होकर दो महिलाओं के मन फिराने की साक्षियां यहां प्रस्तुत हैं।

मेरी एडवर्ड‚

     मि स्पर्जन के प्रचार को सुनने से पहले उनका मन कड़ा ही था। अपने पापों के न्याय के बारे में सुनकर वह बहुत भयभीत हो गयीं। वह चर्च निरंतर आती रहीं‚ किंतु बेहद निराशा में उनके आगामी महिनें व्यतीत हुए। तत्पश्चात‚ उन्होंने स्पर्जन को यीशु के प्रेम के विषय में प्रचार करते हुए सुना। तब उन्होंने यीशु और उनके द्वारा हमारे लिये बहाये गये रक्त के उपर विश्वास किया और आनंदित हुई। एकमात्र यीशु पर उन्होंने विश्वास किया और उद्धार प्राप्त किया। वह आज भी केवल यीशु की ओर ही निहार रहीं हैं।

मैरी जोंस

     मैरी जोंस स्पर्जन को उत्सुकतावश सुनने के लिये आयीं थीं। किंतु भय वश उसने चर्च जाना छोड़ दिया। कहा, काश मैं उनको प्रचार करते हुए सुनने के लिये कभी नहीं गयी होती। मैंने दृढ़ संकल्प किया कि अब पुन चर्च नहीं जाउंगी। परंतु दूर रहकर मैं और परेशान महसूस करने लगी। अगर उनको प्रचार करते हुए सुनुंगी, तो भी अंर्तद्वंद से जूझूंगी और उनसे दूर रहने पर भी। अंततः द्वंद समाप्त हुआ। मैंने मसीह पर विश्वास किया और उनमें मुझे शांति और विश्राम की प्राप्ति हुई। जब तक मैंने और चीजों में शांति की तलाश करना नहीं छोड़ा‚ तब तक मुझे शांति की प्राप्ति नहीं हुई। इसके पहिले मैं हर प्रकार के यत्न कर चुकी थी। किंतु कहीं से मुझे शांति नहीं मिली‚ केवल मसीह और उनके बहाये गये रक्त में मुझे पापों से मुक्ति प्राप्त हुई।

आज इसके पहिले कि मैं प्रचार आरंभ करूं‚ मि ग्रिफिथ एक गीत गायेंगे जिसने स्पर्जन के चर्च में अनेक युवा लोगों को यीशु पर विश्वास रखने में सहायता की थी।

‘बिना लोहू बहाए क्षमा नहीं होती" (इब्रानियों ९:२२)

महान स्पर्जन को अक्सर ‘‘प्रचारकों का राजकुमार" पुकारा जाता है। सचमुच‚ आज तक उनसे बढ़कर सुसमाचार का कोई प्रचारक नहीं हुआ। अपने जीवन के सारे सेवाकाल के दौरान सदैव उनका एक ही विषय होता था कि पापियों के उद्धार केवल यीशु के क्रूस पर बहाये रक्त के द्वारा ही संभव है। मनुष्य के पापों की मुक्ति के लिये क्रूस पर बहाये गये रक्त के उपर प्रचार करते समय इसी विषय पर बल दिया जाता था। इस तरह स्पर्जन अक्सर हमारे इस पद के संदर्भ में संदेश दिया करते थे।

‘‘बिना लोहू बहाए क्षमा नहीं होती" (इब्रानियों ९:२२)

‘‘माफी" से आज के आधुनिक लोग अनभिज्ञ हैं। इसके अर्थ को बेहतर समझने के लिये हमें यूनानी शब्द को देखना उचित होगा जिसका अनुवाद पापों की ‘‘माफी" के लिये किया गया है। स्ट्रॉंग की शब्दाक्रमणिका बताती हैं कि वह यूनानी शब्द ‘‘ऐफेसिस" है। जिसका अर्थ ‘‘स्वतंत्रता", ‘‘क्षमा", ‘‘छुटकारा", ‘‘रिहाई" और ‘‘माफी" है। हमारे पद में ये शब्द जोड़ देने से और अर्थ स्पष्ट हो जायेगा‚

‘‘बिना रक्त बहाये न स्वतंत्रता है‚ न दोषमुक्ति‚ न रिहाई‚ न आजादी‚ और न क्षमा"

इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि स्पर्जन ने अक्सर रक्त के उपर जो बाईबल के पद हैं‚ उनको उद्धृत किया है‚ अपने एक प्रसिद्व संदेश में स्पर्जन ने इस प्रकार कहा था‚

‘‘कुछ प्रचारक हैं जो मसीह के रक्त के उपर प्रचार नहीं करते हैं‚ उनके संबंध में मुझे आप से कहना हैः आप कभी उनको सुनने मत जाइये! कभी उनके संदेश मत सुनिये! वह सेवा जिसमें रक्त का कोई उल्लेख न हो‚ निर्जीव है‚ बल्कि निर्जीव सेवा है जो किसी का कोई भला नहीं कर सकती है"

हमारे इस पद से रक्त का महत्व स्पष्ट होता है‚

‘‘बिना लोहू बहाए क्षमा नहीं होती" (इब्रानियों ९:२२)

१॰ पहिली बात‚ विचार कीजिये कि अगर मसीह का रक्त नहीं बहाया जाता तो आप के लिए क्या उपाय था?

अगर मसीह का रक्त नहीं बहाया जाता‚ तो आप को आप के पापों से स्वतंत्रता नहीं मिलती। अगर मसीह का रक्त नहीं बहाया जाता‚ तो आप को आप के पापों की क्षमा नहीं मिलती। अगर मसीह का रक्त नहीं बहाया जाता‚ तो आप को आप के पापों से छुटकारा नहीं मिलता। आप के पापों से रिहाई नहीं मिलती। आप के पापों से माफी नहीं मिलती। आप की मौत पर केवल एक चीज आप का इंतजार करती और वह है नर्क की आग।

नर्क के उपर स्कॉटलैंड के कैंबसलैंग आत्मिक जागरण में प्रचार किया गया था। ‘‘कैंबसलैंग के प्रचारक यथाशब्द नर्क में विश्वास करते थे और उसके अंदर पायी जाने वाली सारी भयावहता के उपर विश्वास करते थे। वे इतने ईमानदार थे कि नर्क के उपर संदेश सुनने वालों को चेतावनी देने से पीछे नहीं हटते थे। अनेक लोग उनके संदेशों को भली भांति समझते थे। एक इक्कीस साल के युवा ने ‘सोचा कि मुझे कुछ ही दूरी पर नर्क दिखाई पड़ा‚ एक ऐसा गड्ढा‚ जहां उद्धार विहीन आत्मायें जल रही थीं और उनमें से दुष्टात्माएं इधर उधर निकल रही थीं।’ एक पंद्रह साल के लड़के ने बेहोश होने के पहिले कहा‚ ‘मैंने नर्क की ज्वालाओं को मेरी ओर लपकते देखा।’ एक युवा स्त्री तो गंधक की गंध के कारण मुश्किल से सांस ले पा रही थी, ‘नर्क के उस थाहहीन गड़हें में जलती हुई आग और गंधक की दुर्गंध के कारण’" (दि कैंबसलैंग आत्मिक जागरण‚ दि बैनर ऑफ ट्रूथ‚ १९७१‚ पेज १५४)

मैं इन मानवीय अनुभवों के आधार पर नर्क के अपने विश्वास को निर्धारित नहीं करना चाहता। मैं नर्क पर विश्वास करता हूं कि क्योंकि बाइबल में परमेश्वर द्वारा इसे सिखाया गया है। धर्मशास्त्र में यीशु सबसे अधिक नर्क के विषय में ही बोले हैं। उन्होंने अपने समय के अविश्वासियों से कहा था, ‘‘तुम नरक के दण्ड से क्योंकर बचोगे ?" (मत्ती २३:३३) मसीह ने अविश्वासियों को चेतावनी दी थी कि वे ‘‘उस आग में डाले जायेंगे जो कभी बुझने की नहीं" (मरकुस ९:४३)। मसीह ने नर्क की आग में जल रहे एक धनवान के बारे में बताया जो चिल्ला रहा था, ‘‘मैं इस ज्वाला में तड़प रहा हूं" (लूका १६:२४)। स्पर्जन ने कहा,

नर्क में एक घंटा भी बिताना कितना संताप है! सच में‚ तब आप जानेंगे कि काश आप ने मसीह यीशु पर विश्वास किया होता! नर्क में बिताया एक घंटा भी तब कोई पूर्ति नहीं कर पायेगा। अगर एक बार मनुष्य उद्धार पाने से वंचित रह गया‚ तब वह हमेशा के लिये नर्क में जीवन बिताने के लिये उत्तरदायी ठहरेगा!

पुनः स्पर्जन बोलते हैं‚

आप एक धागे से नर्क के मुंह के उपर लटके हुए हैं: और वह धागा टूटने पर हैं। केवल एक सांस अटकी हुई है‚ दिल की एक धड़कन शेष रही है और उसके बाद सीधे अनंत नर्क में होंगे‚ बिना परमेश्वर के‚ नाउम्मीदी और बिना माफी के। क्या आप यह मंजर सहन कर पायेंगें?

एक बार नर्क में पहुंचे बाद आप को समझ में आयेगा कि अब देर हो चुकी है‚ क्योंकि‚

‘‘बिना लोहू बहाए क्षमा नहीं होती" (इब्रानियों ९:२२)

अगर आप के पाप यीशु के बहाये गये रक्त से धोये नहीं गये‚ तो यह आप के साथ घटित होना ही है!

इसके उपरांत भी, न्याय दिवस पर आप के पापों के दंड का सामना आप को करना होगा। आप सोच चुके हैं कि आप के पाप गुप्त हैं। किंतु आप यह किस भूल में पड़ें हैं, क्योंकि लिखा है

‘‘क्योंकि परमेश्वर सब कामों और सब गुप्त बातों का न्याय करेगा .......... " (सभोपदेशक १२:१४)

आज रात यहां सुनने वालों में कोई सोच सकता है कि उनके पाप छिप जायेंगे। किंतु वे भूल जाते हैं कि

‘‘यहोवा की आंखें सब स्थानों में लगी रहती हैं‚ वह बुरे भले दोनों को देखती रहती हैं........" (नीतिवचन १५:३)

कई लोगों को अपने पापों का स्मरण कर कर के जीवन विषमय हो जाता है। अपने गुप्त पापों के कारण वे शारीरिक रूप से बीमार हो जाते हैं। जैसे दाउद को महसूस होता था‚ ‘‘मेरा पाप निरन्तर मेरी दृष्टि में रहता है" (भजन संहिता ५१:३) मेरे विचार से पापों को नहीं स्वीकार करने से और उनकी माफी नहीं मिलने का कष्ट भी अनेक लोगों में नाना प्रकार की बीमारी और दिल के दौरे का कारण बनता है। प्रसिद्व पुरातनपंथी विद्वान‚ जॉन ओवेन ने कहा था‚ ‘‘विश्वास रखकर हमें मसीह के रक्त के शुद्ध और अच्छा करने वाले गुण और उसके प्रभाव प्राप्त करते हैं।" परंतु आप को सच्ची शांति कभी नहीं मिलेगी, क्योंकि

‘‘बिना लोहू बहाए क्षमा नहीं होती" (इब्रानियों ९:२२)

उसके बाद आप के हृदय के पाप आते हैं। आप सोचते हैं कि आप के हृदय के पापों को कोई नहीं देखता है। परंतु आप गलत हैं। क्योंकि बाईबल कहती है‚

‘‘मन तो सब वस्तुओं से अधिक धोखा देने वाला होता है‚ उस में असाध्य रोग लगा है‚ मैं यहोवा मन की खोजता और हृदय को जांचता हूँ ........ताकि प्रत्येक जन को उसकी चाल—चलन के अनुसार अर्थात उसके कामों का फल दूं" (यिर्मयाह १७:९‚१०)

आप के पापों को कोई जान नहीं सकेगा‚ किंतु परमेश्वर आप के हृदय को खोजते हैं और परमेश्वर आप के हृदय में छिपे पापों का न्याय करेंगे‚ क्योंकि‚

‘‘बिना लोहू बहाए क्षमा नहीं होती" (इब्रानियों ९:२२)

आप के पापों से स्वतंत्रता नहीं। आप के पापों से छुटकारा नहीं। आप के पापों से रिहाई नहीं। आप के पापों की माफी नहीं। कभी इनसे आजाद नहीं। कभी इनसे छुटकारा पाये हुए नहीं। कभी रिहाई पाये हुए नहीं। कभी क्षमा पाए हुए नहीं। कैसी दुर्दशा में पड़े हुए हैं आप!

‘‘बिना लोहू बहाए क्षमा नहीं होती" (इब्रानियों ९:२२)

परंतु परमेश्वर पिता का धन्यवाद हो कि बाइबल में बहुत कुछ हमारे लिए उपलब्ध है।

२॰ दूसरा‚ विचार कीजिये कि क्या हुआ होता अगर आप के पास मसीह का बहाया हुआ रक्त होता।

मसीह का रक्त आप के पद के क्रम को बदल भी सकता है। मसीह के रक्त से आप के पाप सदा के लिये मिटा दिये गये हैं! यीशु के रक्त में आप के पापों के लिये क्षमा है। यीशु के रक्त में आप के पापों से छुटकारा तय है। यीशु के रक्त में आप के पापों से रिहाई संभव है। यीशु के रक्त में माफी उपलब्ध है। यीशु के रक्त से आप के लिये स्वर्ग में महिमा तैयार है! हमें प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में स्वर्ग की झलक दिखाई गयी है जिसमें मसीह के सच्चे अनुयायी उनके साथ गीत गा रहे हैं‚

‘‘और वे यह नया गीत गाने लगे‚ कि तू इस पुस्तक के लेने‚ और उसकी मुहरें खोलने के योग्य है; क्योंकि तू ने वध हो कर अपने लोहू से हर एक कुल‚ और भाषा‚ और लोग‚ और जाति में से परमेश्वर के लिये लोगों को मोल लिया है" (प्रकाशितवाक्य ५:९)

हम जो उनके रक्त से उद्धार पाए हुए हैं‚ अनंतकाल तक उस छुटकारा देने वाले रक्त की महिमा गाते रहेंगे! जैसे फैनी क्रासबी ने अपने अदभुत रचनागान में लिखा‚

मुक्ति पाकर‚ मुझे इसको बताना कितना अच्छा लगता है!
   मेम्ने के रक्त से मुक्ति पाई;
उनकी अनंत करूणा द्वारा मुक्ति पाई‚
   उनकी संतान मै सदा रहूंगी।
मुक्ति पाई‚ मुक्ति पाई‚ मेम्ने के रक्त से मुक्ति पाई हुई;
मुक्ति पाई‚ मुक्ति पाई‚ उनकी संतान मै सदा रहूंगी।
   (‘‘मुक्ति पाई‚" फैनी क्रासबी द्वारा रचित‚ १८२०—१९१५)

इस कोरस को मेरे साथ गाइये!

मुक्ति पाई‚ मुक्ति पाई‚ मेम्ने के रक्त से मुक्ति पाई हुई;
मुक्ति पाई‚ मुक्ति पाई‚ उनकी संतान मै सदा रहूंगी।

जो रक्त हमको छुटकारा देता है‚ वह कोई साधारण रक्त नहीं है। प्रेरितों के कार्य २०:२८ से हमें ज्ञात होता हैं कि मसीह का रक्त कितना महान है।मैं आप के समक्ष इसे और स्पष्ट करने के लिये न्यू इंटरनेशनल अनुवाद दे रहा हूं:

परमेश्वर की मंडली के चरवाहे बनियें‚ जिसे उन्होंने अपने स्वयं के रक्त से खरीदा है" (प्रेरितों के कार्य २०:२८)

स्पष्टतः हम यहां देख सकते हैं कि हम परमेश्वर के रक्त से खरीदे हुए हैं। मसीह परमेश्वर के अवतरण है ‘‘सच्चे परमेश्वर के सच्चे अवतार" — परमेश्वर जो मानव रूप में उतर आये। इसलिये इस रक्त को ‘‘परमेश्वर का रक्त" कहना बिल्कुल उचित है। इसीलिये महान स्पर्जन ने कहा‚

‘‘एक रक्तविहीन सुसमाचार ........शैतान का सुसमाचार है"

‘‘क्रूस पर रक्तिम बलिदान पापियों की एकमात्र आशा है"

उन आधुनिक प्रचारकों को सचेत कर देना चाहता हूं जो ‘‘रक्त" के लिये कहते हैं कि यह मसीह की मौत के समान केवल एक दूसरा शब्द ही है — सचेत रहिये! एक रक्तविहीन सुसमाचार शैतान का सुसमाचार है! पुनः‚ महान स्पर्जन ने इसे इस तरह बताया,

‘‘ऐसे कुछ पाप हो सकते हैं जिनके लिये हम बोल नहीं सकते‚ परंतु कोई पाप ऐसे नहीं जो मसीह का रक्त न धो सके"

चार्ल्स वैस्ली ने बहुत अच्छे रूप में इसे कहा है‚

वह निरस्त किये पापों के बल को तोड़ता है‚
वह कैदी को आजाद करता है;
उसका रक्त भ्रष्टतम को शुद्ध करता है‚
उनका रक्त मेरे लिये उपलब्ध है।
(‘‘ओ फॉर ए थाउजैंड टंग्स टू सिंग‚" चार्ल्स वैस्ली‚ १७०७—१८८८;
      ‘‘ओ सेट यी ओपन अनटू मी" की धुन पर सज्जित)

मेरे साथ गाइये!

वह निरस्त किये पापों के बल को तोड़ता है‚
वह कैदी को आजाद करता है;
उसका रक्त भ्रष्टतम को शुद्ध करता है‚
उनका रक्त मेरे लिये उपलब्ध है।

‘‘मुक्ति पाकर‚ मुझे इसको बताना कितना अच्छा लगता है!" मेरे साथ गाइये!

मुक्ति पाकर‚ मुझे इसको बताना कितना अच्छा लगता है!
   मेम्ने के रक्त से मुक्ति पाई;
उनकी अनंत करूणा द्वारा मुक्ति पाई‚
   उनकी संतान मै सदा रहूंगी।
मुक्ति पाई‚ मुक्ति पाई‚ मेम्ने के रक्त द्वारा मुक्ति पाई;
मुक्ति पाई‚ मुक्ति पाई‚ उनकी संतान मै सदा रहूंगी।

‘‘यीशु के रक्त में सामर्थ है!" इसे मेरे साथ गाइये!

यीशु के रक्त में सामर्थ है‚ सामर्थ‚ अदभुत काम करने वाली सामर्थ
   मेम्ने के रक्त में;
यीशु के रक्त में सामर्थ है‚ सामर्थ‚ अदभुत काम करने वाली सामर्थ
   मेम्ने के बेशकीमती रक्त में!
(‘‘यीशु के रक्त में सामर्थ है‚" लैविस इ जोंस‚ १८६५—१९३६)

इसे पुनः गाते हैं!

यीशु के रक्त में सामर्थ है‚ सामर्थ‚ अदभुत काम करने वाली सामर्थ
   मेम्ने के रक्त में;
यीशु के रक्त में सामर्थ है‚ सामर्थ‚ अदभुत काम करने वाली सामर्थ
   मेम्ने के बेशकीमती रक्त में!

जब मैं उत्तरी सैनफ्रासिस्कों की सेमनरी में अध्ययनरत था‚ मुझे हिप्पियों के साथ बाइबल अध्ययन का अवसर मिला। यह अध्ययन‚ आरंभिक १९७० के वर्ष में यीशु अभियान के तहत था। हिप्पियों में अनेक युवा दिमाग में बदलाव लाने वाली दवा एलएसडी लिया करते थे। उस पाप के कारण वे और अधिक दुष्टात्मा अधीन हो जाया करते थे। वे इतने आक्रामक हो जाते थे — मानों बाइबल में वर्णित गदरेनियों के दुष्टात्मा ग्रसित युवा के समान। मुझे स्मरण है‚ कुछ भाई एक जवान लड़की में से दुष्टात्मा को निकालने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने दुष्टात्मा को आदेशित किया कि बाहर निकल आवे‚ किंतु कुछ नहीं हुआ। तब एक भाई ने गाना प्रारंभ किया‚

यीशु के रक्त में सामर्थ है‚ सामर्थ‚ अदभुत काम करने वाली सामर्थ
   मेम्ने के रक्त में;
यीशु के रक्त में सामर्थ है‚ सामर्थ‚ अदभुत काम करने वाली सामर्थ
   मेम्ने के बेशकीमती रक्त में!

तभी वह लड़की पूरी ताकत के साथ चिल्लाई। उस भाई ने पुनः वह गीत गाया‚

यीशु के रक्त में सामर्थ है‚ सामर्थ‚ अदभुत काम करने वाली सामर्थ
   मेम्ने के रक्त में;
यीशु के रक्त में सामर्थ है‚ सामर्थ‚ अदभुत काम करने वाली सामर्थ
   मेम्ने के बेशकीमती रक्त में!

वह पूरी ताकत के साथ उस गीत के बोल चीखी और दुष्टात्मा उसके मुंह से बाहर निकलने लगी, बिल्कुल वैसे जैसे यीशु के पृथ्वी पर रहने के दिनों में हुआ था। कुछ ही घड़ी बाद वह लड़की पूर्णतः आजाद हो गयी! वह फर्श पर बैठ गयी और एक गिलास पानी पिया। उसके बाद मैं उससे लंबे समय तक परिचित रहा। वह एक बहुत अच्छी, ठोस मसीही बनी। मैंने चायनीज बैपटिस्ट चर्च के अपने पास्टर डॉ लिन को भी इस घटना के बारे में बताया। वे बोले, ‘‘हां‚ बॉब। अगर चीन में एक बैपटिस्ट प्रचारक यह नहीं जानेगा कि कैसे दुष्टात्मा को निकाला जाता है, तो कोई उसके संदेश को सुनने के लिये नहीं आयेगा।" मैं निश्चित जानता हूं कि मैंने मसीह के रक्त द्वारा अदभुत कार्य करने वाली सामर्थ का एक नाटकीय प्रदर्शन देखा! मैं निश्चय जानता हूं कि स्पर्जन भी बहुत प्रसन्न हुए होंगे! शैतान द्वारा हमारे युवा लोगों को बर्बाद करने में प्रयुक्त एलएसडी, हैरोईन से कहीं अधिक बढ़कर मसीह के रक्त में सामर्थ है! आप के जीवन या आप के दिल में छिपे किसी भी पाप को मसीह का रक्त शुद्ध कर सकता है!

मैं ‘‘फ्री ग्रेस ब्रॉडकॉस्टर" की प्रति देख रहा था‚ यह एक रिफार्म्ड पीरियोडिकल है जिसमें अतीत के महान प्रचारकों के संदेश छपे हैं — जैसे जॉन गिल‚ जे सी राईल‚ आक्टेवियस विनस्लो और स्पर्जन। जिस प्रति को मैं देख रहा था‚ उसमें प्रचारकों द्वारा मसीह के रक्त द्वारा माफी मिलने‚ पापों के दंड से मुक्ति‚ और छुटकारे जैसे विषय पर संदेश छपे हुए थे। उन महान कैल्विनिस्ट प्रचारकों में से एक ने इस प्रकार लिखा‚

मसीह के रक्त में बेशकीमतीपन का एक आवश्यक तत्व निहित है। यह उन रक्तवाहिनियों से बहा है जो पाप के जीवाणु से अछूती और पाप के कलंक से रहित थी........एक पवित्र मसीहा अपने निप्पाप प्रायश्चित को एक अपवित्र‚ पापी मनुष्य के लिये अर्पित कर रहा था। इसलिये मसीह का रक्त बेशकीमती है।
     प्रियों‚ इस प्रकाश में इस तथ्य को देखिये: आपका दिल उनकी प्रेमपूर्ण प्रशंसा व तारीफ से भरकर आलोकित हो उठेगा‚ जब आप मसीह के समक्ष घुटने टेकते हैं और उनके रक्त से (आप का विवेक शुद्ध हुआ जाता है)‚ रक्त जो आप के पापों को क्षमा करता है‚ ढांपता है और निरस्त कर देता है।

अब हम पापों से मिली इस माफी और क्षमा को उन लोगों पर लागू करते हैं‚ जिन्होंने अभी तक पाप से छुटकारा नहीं पाया है। एक मुस्लिम के पाप कभी क्षमा नहीं हो सकते। क्योंकि कुरान ऐसा नहीं बताती कि किस तरह पापों की क्षमा संभव है‚ अतःवह इस बारे में नहीं कहता है। उस व्यक्ति से मिलिये जो भले कर्मो द्वारा मुक्ति को संभव करना चाहता हो। वह कहता है‚ ‘‘मैं आशा करता हूं कि मेरे पाप क्षमा हो जायेंगे।" किसी नास्तिक या संशयवादी से मिलिये। उन्हें तो कभी पता ही नहीं चल पायेगा कि उनके पाप क्षमा होंगे या नहीं।

क्या आज शाम यहां कोई भटका हुआ युवा या युवती है? पापों में खोया हुआ जन! क्या आप महसूस करते हैं कि आप खोये हुए जन हैं? अगर आप ऐसा मानते हैं‚ तो मुझे प्रसन्नता होगी। क्योंकि आप के पापों की माफी‚ मुक्ति संभव है — यीशु मसीह के रक्त द्वारा। हे पापी जन‚ देख! क्या आप गेतसेमनी बाग में यीशु को अपना पसीना रक्त की बूंदों के समान बहाते हुए देखते हैं? क्या आप यीशु को क्रूस पर चढ़े देखते हैं? वह वहां आप के लिये कीलों से ठोंके गये। अगर‚ मैं आज संघ्या‚ आप के लिये क्रूस पर कीलों से ठोंका जाउं तो मैं जानता हूं कि आप क्या करेंगे‚ आप गिर जायेंगे‚ मेरे पैरों को चूमने लगेंगे‚ रोने लगेंगे कि मैंने आप के बदले में अपने प्राण दिये। परंतु हे खोये हुए जन‚ यीशु आप के स्थान पर मरे — आप के लिये! उन्होंने अपना रक्त बहाया और इसलिये आप उनके पास आते और उन पर विश्वास करते हैं तो आप फिर भटके हुए जन नहीं कहलायेंगे। तो क्या आप अपने को पापी जन समझते हैं? क्या आप पाप बोध से भर गये है कि आप ने मसीह पर पूर्ण विश्वास नहीं किया? मुझे अधिकार मिला है कि आप को प्रचार करूं। यीशु पर विश्वास कीजिये फिर कभी आप भटके हुए जन नहीं हो सकते! एकमात्र यीशु पर विश्वास कीजिये‚ न कि वह आप के लिये मरें‚ इस बात पर। केवल एकमात्र यीशु पर विश्वास रखिये।

क्या आप कहते हैं कि आप पापी नहीं हैं? क्या आप कहते हैं कि आप के कोई पाप ही नहीं हैं जिसे क्षमा की आवश्यकता हो? तब तो मेरे पास कोई मसीहा नहीं है जिनके विषय में मैं प्रचार करूं। वह अच्छे लोगों को बचाने नहीं आये; वह तो पापियों को छुटकारा देने आयें। क्या आप पापी हैं? क्या आप को अपने पाप का अहसास है? क्या आप भटके हुए जन हैं? क्या आप इस बात को जानते हैं? क्या आप पापमय मनुष्य हैं? क्या आप इसे स्वीकार करते हैं? हे पापी! अगर आज संध्या मसीह यहां होते तो वे अपने रक्तरंजित हाथ आपके आगे फैला देते और कहते, ‘‘हे पापी जन, मैंने तेरे लिये अपने प्राण दिये हैं। क्या तू मुझ पर विश्वास लायेगा?" वह यहां व्यक्ति के रूप में उपस्थित नहीं हैं, किंतु उन्होंने मुझे भेजा हैं कि मैं आप को इस सत्य से अवगत करवाउं। क्या आप उन पर विश्वास करेंगे? ‘‘ओह!" परंतु आप कहते हैं, ‘‘मैं तो एक बहुत गिरा हुआ पापी जन हूं!" ‘‘ओह," तब यीशु यह कहते हैं ‘‘मैंने इसीलिये तो अपने प्राण दिये हैं क्योंकि तुम बहुत पापी इंसान हो!" ‘‘परंतु" आप कहते हैं कि ‘‘मैंने ऐसे कार्य कियें और ऐसी बातें सोची हैं जिसके लिये मैं लज्जित हूं।" यीशु कहते हैं, ‘‘वह सब कुछ क्षमा हो गया है, मेरे हाथों और पांवों और बाजुओं से बहते रक्त से धुलकर तुम्हारी सारी बातें निर्मल हो गयीं हैं। मैं केवल इतना कहता हूं कि मुझ पर विश्वास रखों।" केवल मसीह पर विश्वास रखियें।

परंतु कोई यह कह सकता है कि ‘‘मुझे तो मसीहा की आवश्यकता ही नहीं है।" तो मुझे फिर आप से कुछ नहीं कहना है सिवाय इसके कि — ‘‘क्रोध प्रकट होने वाला है! क्रोध प्रकट होने वाला है!" तुम्हारा न्याय होने वाला है!

किंतु क्या आप को स्वयं को दोषी महसूस करते हैं? क्या आप अपने पापों से करते हैं और उनसे मुंह मोड़ लेना चाहते और मसीह के पास आना चाहते हैं? तब मैं आप को कह सकता हूं कि मसीह आप के लिये मरे। मसीह पर विश्वास लाइये! उन पर भरोसा कीजिये! स्वयं यीशु पर विश्वास लाइये!

एक युवा ने स्पर्जन को पत्र लिखा‚ जब वे एक शहर में प्रचार करने हेतु जा रहे थे। उसने लिखा‚ ‘‘महोदय‚ जब आप आयें‚ तो मेरे मामले के अनुसार संदेश सुनाइयेगा। मैंने सुना है कि हमें स्वयं को इस संसार में दुष्टतम व्यक्ति मानना चाहिये, अन्यथा हम उद्धार प्राप्त नहीं कर सकते। मैं यत्न करता हूं कि स्वयं को बेहद दुष्ट महसूस करूं, परंतु नहीं कर पाता हूं। मैं उद्धार पाना चाहता हूं, लेकिन मैं नहीं जानता कि पश्चाताप किस प्रकार करूं।"स्पर्जन ने उत्तर दिया‚ ‘‘अगर यह युवा मुझे उस स्थान पर मिलता है‚ तो मैं उसे यह बताउंगा कि परमेश्वर नहीं चाहते हैं कि आप स्वयं को संसार का सबसे दुष्टतम प्राणी समझे क्योंकि यह तो जाहिर है कि आप से अधिक दुष्ट लोग इस धरती पर होंगे। कुछ लोग होते हैं जो दूसरों की तुलना में इतने पापमयी नहीं होते हैं।

परमेश्वर चाहते हैं कि: ‘एक व्यक्ति यह कहे कि दूसरे मुझे जितना जानते हैं‚ उससे कहीं अधिक मैं स्वयं को जानता हूं। मैं उनके बारे में अधिक नहीं जानता। परंतु जब मैं अपने आप को देखता हूं‚ विशेषकर मेरे मन को‚ तो मैं नहीं सोचता कि वे मुझसे अधिक बुरे होंगे। मैं मुझसे बढ़कर बुरा कर सकते होंगे। परंतु मैंने तो कितने ही संदेश सुने हैं‚ कितनी ही चेतावनियां सुनी हैं‚ इसलिये मैं उनसे बढ़कर दोषी हूं।’ मैं चाहता हूं कि आप सिर्फ मसीह के पास आयें और कहें ‘प्रभु‚ मैंने पाप किया है।’ आप का कार्य‚ आना और कहना है, ‘प्रभु यीशु‚ मुझ पापी पर दया कीजिये।’ केवल इतना ही आप को करना है। क्या आप स्वयं को भटका हुआ मानते हैं? इसलिये मैं फिर कहता हूं, ‘स्वयं यीशु के पास आइये। वह आप के पापों को अपने बहुमूल्य रक्त से धो देंगे।’"

‘‘बिना लोहू बहाए क्षमा नहीं होती" (इब्रानियों ९:२२)

इस संदेश का अंत करने के पहिले मैं यह कहना चाहूंगा कि इस स्थान पर अगर कोई भी खोया हुआ जन है तो वह यह अवश्य जानता होगा कि कि उसके लिये क्षमा उपलब्ध है और उसके सारे पाप क्षमा हो सकते हैं और इस तरह वह ‘‘परमेश्वर की आशा व महिमा में आनंदित हो सकता है।" यद्यपि आप अपनी पापमय अवस्था में नर्क जैसे काले हो सकते हैं किंतु आज ही इस रात आप स्वर्ग जितने श्वेत भी हो सकते हैं। जिस क्षण एक पापी मनुष्य यीशु पर विश्वास करता है‚ उसी क्षण वह यीशु के रक्त से शुद्ध हो जाता है। हो सके यह पद आप के मन और जीवन के लिये सत्य सिद्ध हो सके:

जैसा मैं हूं बिन योग्यता
पर करके आसरा लहू का;
क्योंकि आप ने मेरे लिये छुटकारा रखा है‚
ओ मेम्ने परमेश्वर के‚ मैं आप के पास आता हूं! मैं आता हूं!
(‘‘जैसा मैं हूं बिन योग्यता" शार्लेट एलियट‚ १७८९—१८७१)

आगे की दो पंक्तियों में आ जाइये। परमेश्वर के समक्ष अपने पापों को मान लीजिये। तब यीशु पर विश्वास कीजिये‚ यीशु के पास आइये‚ यीशु के बहुमूल्य रक्त से आप के पापों से शुद्ध हो जाइये।


अगर इस संदेश ने आपको आशीषित किया है तो डॉ हिमर्स आप से सुनना चाहेंगे। जब आप डॉ हिमर्स को पत्र लिखें तो आप को यह बताना आवश्यक होगा कि आप किस देश से हैं अन्यथा वह आप की ई मेल का उत्तर नहीं दे पायेंगे। अगर इस संदेश ने आपको आशीषित किया है तो डॉ हिमर्स को इस पते पर ई मेल भेजिये उन्हे आप किस देश से हैं लिखना न भूलें।। डॉ हिमर्स को इस पते पर rlhymersjr@sbcglobal.net (यहां क्लिक कीजिये) ई मेल भेज सकते हैं। आप डॉ हिमर्स को किसी भी भाषा में ई मेल भेज सकते हैं पर अंगेजी भाषा में भेजना उत्तम होगा। अगर डॉ हिमर्स को डाक द्वारा पत्र भेजना चाहते हैं तो उनका पता इस प्रकार है पी ओ बाक्स १५३०८‚ लॉस ऐंजील्स‚ केलीफोर्निया ९००१५। आप उन्हें इस नंबर पर टेलीफोन भी कर सकते हैं (८१८) ३५२ − ०४५२।

(संदेश का अंत)
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संदेश के पूर्व बैंजामिन किंकेड ग्रिफिथ का एकल गान:
‘‘देअर इज ऐ फाउंटेन" (विलियम काउपर‚१७३१—१८००; ‘‘अमेजिंग ग्रेस" की धुन पर परिवर्तित किया गया है)


रूपरेखा

रक्त के साथ और रक्त के बिना

WITH OR WITHOUT BLOOD

डॉ आर एल हिमर्स जूनि.

‘‘बिना लोहू बहाए क्षमा नहीं होती" (इब्रानियों ९:२२)

१॰ पहिली बात‚ विचार कीजिये कि अगर मसीह का रक्त नहीं बहाया जाता तो आप के लिए क्या उपाय था‚ मत्ती २३:३३; मरकुस ९:४३; लूका १६:२४; सभो १२:१४; नीति १५:३; भजन ५१:३; यिर्म १७:९‚१०

२॰ दूसरा‚ विचार कीजिये कि क्या हुआ होता अगर आप ने मसीह के रक्त को बहाया होता‚ प्रकाशितवाक्य ५:९; प्रेरितों के कार्य २०:२८