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विद्रोही लोगों को प्रचार करना

PREACHING TO A REBELLIOUS PEOPLE
(Hindi)

द्वारा डॉ0आर.एल.हिमर्स,जूनियर
by Dr. R. L. Hymers, Jr.

रविवार की संध्‍या, 19जनवरी, 2014 को लास एंजिलिस के दि बैपटिस्‍ट टेबरनेकल मे
प्रचार किया गया संदेष
A sermon preached at the Baptist Tabernacle of Los Angeles
Lord’s Day Evening, January 19, 2014

‘‘और उसने मुझ से कहा, हे मनुष्‍य के संतान, मैं तुझे इस्राएलियों के पास अर्थात बलवा करने वाली जाति के पास भेजता हूं, जिन्‍होंने मेरे विरूद्ध बलवा किया है; उनके पुरखा और वे भी आज के दिन तक मेरा अपराध करते चले आए हैं। इस पीढ़ी के लोग जिनके पास मैं तुझे भेजता हूं, वे निर्लज्‍ज और हठीले हैं;और तू उन से कहना, प्रभु यहोवा यों कहता है, इस से वे, जो बलवा करने वाले घराने के हैं, चाहे वे सुनें व न सुनें, (बलवा करने वाले घराने के हैं,) वे इतना जान लेंगे कि हमारे बीच एक भविष्‍यवक्‍ता प्रगट हुआ है'' (यहेजकेल 2:3-5)


बाईबल में हमें बार बार परमेष्‍वर का धेर्य विद्रोही लोगों के प्रति देखने को मिलता है। प्रथ्‍वी पर उस बडी बाढ़ भेजने के पहले परमेष्‍वर ने मानव जाति की भयंकर दुष्‍टता को देखा था। तौभी परमेष्‍वर ने उसका न्‍याय 120 वर्षो - तक रोके रखा, इसलिये नूह ‘‘एक धर्मी प्रचारक,'' उन्‍हे चेतावनी देता रहा (2पतरस 2:5) उसके बाद परमेष्‍वर अपने महान आष्‍चर्यकर्मो व चिन्‍हों के द्वारा उसके लोगों को मिस्र से बाहर निकाल लाया। किंतु उन्‍होंने परमेष्‍वर की दयालुता का बदला ऐसा दिया कि वे 40 वर्षों तक मूसा के विरूद्ध बड़़बड़ाते और विद्रोह करते रहे। पुनः, जब उसने उसके लोगों को बेबीलोन की दासता में भेजा उनके पापों का दंड देने के लिये, तौभी परमेष्‍वर ने उन्‍हें वहां छोड़ा नहीं। उसने भविष्‍यवक्‍ता यहेजकेल को उनके पास प्रचार के लिये भेजा, ‘‘परमेष्‍वर यहोवा यों कहता है'' (यहेजकेल 2:4) आज हम इस युग के अंत में परमेष्‍वर के न्‍याय के बहुत करीब हैं। इस संसार के अनेक राष्‍ट्र बहुत विद्रोही है, ‘‘यहोवा के और, उसके अभिषिक्‍त के विरूद्ध, सम्‍मति करके कहते हैं, आओ, हम उनके बंधन तोड़ डालें, और उनकी रस्‍सियों को अपने ऊपर से उतार फेंके'' (भजन संहिता 2:2,3) परन्‍तु परमेष्‍वर अभी भी प्रचारकों को भेजता है ताकि लोगों को चेताये कि ‘‘आने वाले क्रोध से भागो'' (मत्‍ती 3:7)।

हां, इस कठिनाई भरे समय में भी, इस युग के अंत में भी, परमेष्‍वर द्वारा प्रचारकों का भेजना जारी है ताकि पापियों को आने वाले न्‍याय के प्रति सचेत करें।

1. प्रथम, एक विष्‍वसनीय प्रचारक यह जान लेता है कि उसे विद्रोही लोगों को प्रचार करने भेजा गया है,

धर्मषास्‍त्र कहता है,

‘‘और उसने मुझ से कहा, हे मनुष्‍य के संतान, मैं तुझे इस्राएलियों के पास अर्थात बलवा करने वाली जाति के पास भेजता हूं, जिन्‍होंने मेरे विरूद्ध बलवा किया है;उनके पुरखा और वे भी आज के दिन तक मेरा अपराध करते चले आए हैं।'' (यहेजकेल 2:3)

हमें यह कभी नहीं सोचना चाहिये कि बेबीलोन की दासता वाले लोग ही विद्रोही राष्‍ट्र थे। निष्‍चित ही हमें यह नहीं सोचना चाहिये! धर्मषास्‍त्र में ‘‘राष्‍ट्र'' षब्‍द का अनुवाद इब्रानी षब्‍द नहीं है जो सामान्‍यतः परमेष्‍वर के चुने हुये लोगों के लिये प्रयुक्‍त होता है। यहां इब्रानी षब्‍द ‘‘गोई'' है। यह वह षब्‍द है जो यहूदी लोग अन्‍यजाति, मूर्तिपूजकों और रहस्‍यमयी देवताओं के मानने वाले के लिये उपयोग में लाते थे। इसका यह अर्थ हुआ कि इजरायल उस समय इतना बुरा हो गया था जैसे अन्‍यजाति बेबीलोन में थे!

मनुष्‍य जगत की यह कैसी तस्‍वीर है! हम एक विद्रोही जाति हैं! कौनसी जाति? मनुष्‍य जाति! परमेष्‍वर कहता है कि हम विद्रोही लोग हैं, ‘‘एक विद्रोही राष्‍ट्र जिन्‍होंने मेरे विरूद्ध बलवा किया है'' (यहेजकेल 2:3) बाईबल कहती है, ‘‘हम सब के सब भेड़ों की नाई भटक गये थे'' (यषायाह 53:6) बाईबल कहती है, ‘‘इस प्रजा का हठीला और बलवा करने वाला मन है'' (यिर्मयाह 5:23)। संपूर्ण मानव जाति भटक गई है, परमेष्‍वर के विरूद्ध बलवा व विद्रोह करती है! बाईबल कहती है, ‘‘सब भटक गये हैं, सब के सब निकम्‍में बन गये, कोई भलाई करने वाला नहीं, एक भी नहीं'' (रोमियों 3:12)। बाईबल कहती है, ‘‘एक मनुष्‍य के आज्ञा न मानने से बहुत लोग पापी ठहरे'' (रोमियों 5:19)। आदम ने परमेष्‍वर की आज्ञा का उल्‍लंघन किया। संपूर्ण मानव जाति में परमेष्‍वर के विरूद्ध विद्रोह करने वाला स्‍वभाव आ गया। हम ‘‘स्‍वभाव ही से क्रोध की संतान थे'' (इफिसियों2:3) बाईबल कहती है,

‘‘तो फिर क्‍या हुआ? क्‍या हम उन से अच्‍छे हैं? कभी नहीं; क्‍योंकि हम यहूदियों और यूनानियों दोनों पर यह दोष लगा चुके हैं कि वे सब के सब पाप के वष में हैं। जैसा लिखा है, कि कोई धर्मी नहीं, एक भी नहीं। कोई समझदार नहीं, कोई परमेष्‍वर को खोजने वाला नहीं। सब भटक गए हैं, सब के सब निकम्‍में बन गए, कोई भलाई करने वाला नहीं, एक भी नहीं। उनका गला खुली हुई कब्र हैः उन्‍होंने अपनी जीभों से छल किया हैः उन के होठों में सापों का विष है। और उन का मुंह श्राप और कड़वाहट से भरा है। उन के पांव लोहू बहाने को फुर्तीले हैं। उन के मार्गो में नाष और क्‍लेष है। उन्‍होंने कुषल का मार्ग नहीं जाना। उन की आंखों के साम्‍हने परमेष्‍वर का भय नहीं।'' (रोमियों 3:9-18)

यह सब हमें आदम से मिला है। हमने स्‍वभाव में ही परमेष्‍वर के विरूद्ध विद्रोहीपन ग्रहण किया है। डॉ0मार्टिन ल्‍यॉड जोन्‍स ने कहा था,

पाप में पड़े मनुष्‍य का वर्णन साधारण सत्‍य, भयानक सत्‍य है। यह पाप हमारे ऊपर लेकर आया है.... परमेष्‍वर हमें पवित्र आत्‍मा के द्वारा यह बोध करा दे। जो हमें पहले कभी नहीं हुआ कि हम स्‍वभाव से क्‍या हैं - क्रोध की संतान, जैसे दूसरे भी यही हैं (मार्टिन ल्‍यॉड-जोन्‍स,एम.डी., रोमियों,अध्‍याय 2:1-3:20, दि राइचस जजमेंट अॉफ गॉड, दि बैनर अॉफ ट्रुथ ट्रस्‍ट,2005 पुनसंस्‍करण,पृष्‍ब्‍ 214)

यह परमेष्‍वर द्वारा मनुष्‍य के पाप का विष्‍लेषण है। यह कोई सुंदर तस्‍वीर नहीं है, किंतु यह सही तस्‍वीर जरूर है। मैं 17 वर्ष की उम्र में यह सोचा करता था कि लोग षायद आसानी से बचाये जा सकते हैं। परन्‍तु मैं गलत था। मेरा सबसे पहला संदेष अस्‍वीकार कर दिया गया, और मुझसे कहा गया कि मुझे इस तरह से अभी कभी प्रचार नहीं करना है। किंतु जिस ‘‘जवानों के अगुवे'' ने मुझसे यह बात कही वह एक भ्रष्‍ट, व चर्च के बच्‍चों को उत्‍पीड़न देने वाला जन था। इसलिये परमेष्‍वर ने मुझसे कहा, ‘‘उसकी मत सुनो,राबर्ट।'' सेमिनरी में प्रचार सिखाने वाले प्रोफेसर ने कहा था, ‘‘तुम एक अच्‍छे प्रचारक हो, किंतु एक परेषानी खड़ी करने वाले के रूप में तुम्‍हारी छवि खराब हो रही है।'' उन्‍होंने ऐसा इसलिये कहा था क्‍योंकि में उन प्रोफेसर्स को जवाब देता था जो बाईबल पर प्रहार करते थे। उसके बाद मैंने सेनफ्रांसिस्‍को के नजदीक हिप्‍पियों को एक अन्‍य प्रचारक के साथ मिलकर प्रचार किया। वह प्रचारक मेरे संदेषों की आलोचना करता रहा - इतनी अधिक कि मैं त्‍यागपत्र देकर अपने घर लॉसएंजिलिस आ गया। बाद में पाया गया कि उस प्रचारक के चर्च की लड़कियों से अवैद्य संबंध थे। तब मुझे पता चला कि वह क्‍यों मेरे संदेषों की आलोचना किया करता था। उसे पसंद नहीं था कि कोई उसके पापों को उसे दिखाये।

कई प्रचारक प्रचार करना समझ ही नहीं पाते हैं। वे इसी बात पर परेषान होते रहते हैं कि लोग उनका संदेष नहीं सुनते। किंतु इसका जवाब वही है, बाईबल के पन्‍नों पर। परमेष्‍वर हमें ‘‘एक विद्रोही राष्‍ट्र के पास भेजता है जिसने (उसके) विरूद्ध बलवा किया है'' (यहेजकेल 2:3) और मैं डॉ0मैगी के इस पद की व्‍याख्‍या करने से सहमत हूं। जिसमें कहा है,

         चर्च के सदस्‍यों तक सुसमाचार लेकर पहुंचना सबसे कठिन कार्य है...यद्यपि वे चर्च में तो हैं, किंतु वे परमेष्‍वर के विरूद्ध....वे नहीं चाहते कि कोई उनके पास आये और उन्‍हें बताये कि वे खोए हुए पापी हैं....सच में न तक पहुंचना बड़ा कठिन काम है, और मेरी इच्‍छा मेरे उन भाई लोगों के लिये है जो आज सेवकाई में है- वे एक बड़ी चुनौतीपूर्ण जगह पर बैठे हैं। और मैं किसी भी जवान को यह चेता देना चाहता हूं कि वह अपनी बुलाहट को सही रूप में पहचाने तभी सेवा करने निकले। हो सकता है सेवकाई में जाने के बजाय वह बीमा एजेंट बन जाये। वर्तमान में सेवकाई करना आसान नहीं है अगर आप परमेष्‍वर का वचन लेकर निकलते हैं तो (जे.वर्नान मैगी,टी.एच.डी.थ्रू दि बाईबल,थॉमस नेलसन पब्‍लिषर्स, 1982, वॉल्‍यूम 3, पृ. 444;यहेजकेल 2:3-4 पर व्‍याख्‍या)

डॉ0मैगी ने क्‍या समझाया? उन्‍होंने यह कहा कि चर्च खोए हुए लोगों से भरा है। उन्‍होंने सबने ‘‘निर्णय'' तो लिया है - किंतु वे ‘‘वास्‍तव में परमेष्‍वर के विरूद्ध हैं।'' अमेरिका के समस्‍त चर्चेस में यही हाल है!

अब मैं आपके पास आता हूं। मैं आपसे व्‍यक्‍तिगत तौर पर यह बात कहता हूूं। आप परमेष्‍वर के प्रति विद्रोही हैं। इसलिये आप सब अभी तक बचाये नहीं गये हैं। आप सब प्रकार के बहाने बनाते हैं, किंतु आपका हृदय परमेष्‍वर के विरोध में है। आप ने अभी तक अपने पापों का षोक नहीं बनाया। आपने अपने विद्रोही होने का दुख नहीं मनाया। आप एक गुस्‍ताख चेहरा, लिये आगे बढते हो, परमेष्‍वर का सामना करते हो! और मैं आपको बता सकता हूं कि आप वास्‍तव में किधर जा रहे हो। एक ही जगह जाने की संभावना है - वह है नरक! अगर आप को अपने पापों का बोध नहीं हुआ है, अगर आपको अपने पापों का दुख नहीं है, तो आप कभी भी मसीह की सच्‍ची जरूरत महसूस नहीं कर सकते - और आप ऐसे ही विद्रोहीपन में जीते रहेंगे जब तक परमेष्‍वर आपको न खींचे - और आप गर्त में चले जाते हो - उस आग में घिर जाते हो जो कभी बुझने वाली नहीं है!

2. द्वितीय, विष्‍वसनीय प्रचारक भविष्‍यवक्‍ता से सीखता है कि उसे निरंतर परमेष्‍वर के वचन का प्रचार करते जाना है।

परमेष्‍वर ने यहेजकेल से कहा,

‘‘इस पीढ़ी के लोग जिनके पास मैं तुझे भेजता हूं, वे निर्लज्‍ज और हठीले हैं;और तू उन से कहना, प्रभु यहोवा यों कहता है, इससे वे जो बलवा करने वाले घराने के हैं,चाहे वे सुनें व न सुनें......'' (यहेजकेल 2:4-5अ)

परमेष्‍वर ने बाईबल के द्वारा मुझसे अदभुत बातें की। यहेजकेल के दिनों में परमेष्‍वर सीधे उससे बातें करता था, अचानक प्रकाषन देता था। अब परमेष्‍वर हमसे इस लिखे हुये वचन, बाईबल के द्वारा बातें करता है - यद्यपि मैं दो समयों को याद करता हूं जब परमेष्‍वर ने मुझसे सपनों के द्वारा भी बातें की। मैंने अभी अभी एक मुस्‍लिम जवान की गवाही सुनी जो तीन सपनों के द्वारा परिवर्तित हो गया (क्रिष्‍चियनिटी टू डे,जनवरी/फरवरी 2014,पृ.95,96) परमेष्‍वर अक्‍सर मुस्‍लिम देषों में यह अदभुत कार्य करता है,और तीसरी दुनिया के देषों में भी यह होता है। पर लगभग हमेषा परमेष्‍वर हमसे अपने लिखे हुये वचन-बाईबल के द्वारा बातें करता है।

भविष्‍यवक्‍ता से, हम यह कहना सीखते हैं, ‘‘परमेष्‍वर यों कहता है'' हम यह बाईबल के दिये हुये अधिकार से कहते हैं। ‘‘हर एक पवित्र षास्‍त्र परमेष्‍वर की प्रेरणा से रचा गया है।'' (2तिमुथियुस 3:16) परमेष्‍वर ने यह सत्‍य उसी दिन दिखा दिया था जब मैं 28सितंबर,1961 के दिन बचाया गया था। मैं यह ईमानदारी से कह सकता हूं कि मैंने कभी यह संदेह नहीं किया कि परमेष्‍वर मुझे यह इब्रानी व यूनानी षब्‍द उस दिन से लेकर आज तक देता आया है! जब मैं प्रचार करने खड़ा होता हूं तो मैं एक मजबूत, सक्रिय आवाज के साथ बोल सकता हूं क्‍योंकि मैं अपने खुद के षब्‍दों को प्रचार नहीं कर रहा हूं। मैं परमेष्‍वर के ही षब्‍दों को प्रचार कर रहा हूं - ‘‘परमेष्‍वर यहोवा यों कहता है'' (यहेजकेल 2:4)

मैं आपको कोई सिद्धांत नहीं दे रहा हूं जब मैं आपको बताता हूं कि आपके पाप आपको नरक भेजेंगे। मैं आपको, जैसा वचन कहता है वही बताता हूं। संपूर्ण अधिकार,और बिना रत्‍ती भर संदेह के, मैं आपको कह सकता हूं, ‘‘वे अनंत दंड भोगेंगे''(मत्‍ती25:46) मैं उनके लिये भी कहने से नहीं रूक सकता जैसे फुलर सेमिनरी, रॉब बेल, जोएल ओस्‍टिन और रोम में पोप। मेरे पास परमेष्‍वर का वचन मेरे हाथ में है। और यहेजकेल भविष्‍यवक्‍ता के समान, परमेष्‍वर ने मुझे आपको यह घोषित करने के लिये बुलाया है - एक एक अक्षर! ‘‘यह प्रभु की वाणी है''--‘‘वे दंड भोगेंगे।''

आप कहेंगे, ‘‘मैं यह विष्‍वास नहीं करता!'' यह मुझे जरा भी नहीं बदलता! तो उस भविष्‍यवक्‍ता के समान, मैं भी यह प्रचार करने बुलाया गया हूं, ‘‘कि चाहे वे सुनें या न सुनें''(यहेजकेल 2:5)। आधुनिक अंग्रेजी में -‘‘चाहे इसे वे सुनेंगे अथवा नहीं'' मैं संदेष तैयार करने नहीं बैठता और न ही यह सोचता हूं कि आप क्‍या सुनना चाहते हैं! मैं ऐसा कभी नहीं करता - और ऐसा करूंगा भी नहीं! मैं परमेष्‍वर से पूछता हूं कि आपको क्‍या सुनने की जरूरत है! तब मैं बाईबल में से एक उपयुक्‍त उद्धरण निकालता हूं, और उसे आपको प्रचार करता हूं। या तो इसे सुन लीजिये या छोड़ दीजिये! चाहे वे सुने या न सुनें! ‘‘चाहे वे इसे सुने, या चाहे तो न सुनें'' आमीन! आप पाप से भरे हैं। आप खोए हुए हैं, बंधन में हैं, पाप के गुलाम हैं। आप मुक्‍त नहीं हो सकते! आप के लिये नरक की आग तैयार है! मैं तो आपको कहता रहूंगा, चाहे आप सुने अथवा न सुनें, चाहे आपको यह पसंद आये या न आये, चाहे आप विष्‍वास करें या न करें, चाहे आप इस दिषा में कुछ करें या न करें, चाहे आप मेरी तारीफ करें या कोसे। क्‍यों? क्‍योंकि ‘‘वे जान जायेंगे कि उनके बीच में एक भविष्‍यवक्‍ता है'' - इसलिये! परमेष्‍वर ने मुझे आपको ये बातें कहने के लिये भेजा है ताकि आप कोई बहाना न बना सको। मेरे हाथ साफ हैं। मैंने आपको वह बता दिया जो परमेष्‍वर मुझसे कहता है। चाहे तो इसे ग्रहण करें अथवा नहीं। परन्‍तु नरक में आप कोई तर्क या षिकायत नहीं कर पाओगे। आप जान जायेंगे कि आप के बीच एक भविष्‍यवक्‍ता हुआ करता था - एक मनुष्‍य जो परमेष्‍वर के वचन के विषय में आपको बताया करता था।

आप को इस तरह प्रचार करने के लिये बहुत मजबूत होना पडेगा। कोई भी दोषी नहीं ठहरना चाहता। कोई भी अपनी आलोचना सुनना और हंसी उड़वाना पसंद नहीं करता। मैं यह खुले रूप में मानता हूं कि अगर किसी ने मेरी तिरस्‍कारपूर्ण आलोचना की तो उसे सुनकर मैं बिखर गया था। कभी कभी तो मन किया कि एलियाह की नाई छिपकर एक गुफा में बैठ जाऊं। किंतु जैसे एक ‘‘छोटी धीमी आवाज'' ने एलियाह को पुकारा, और कहा, ‘‘एलियाह तू यहां क्‍या कर रहा है?'' (1राजा 19:12,13) तो मैं भी इसी प्रकार अपने को समेटता हूं, और प्रचार करना आरंभ कर देता हूं। तब उस समय परमेष्‍वर मुझसे यह कहता प्रतीत होता है, जैसे उसने यहेजकेल से कहा था,

‘‘देख, मैं तेरे मुख को उनके मुख के साम्‍हने, और तेरे माथे को उनके माथे के साम्‍हने, ढीठ कर देता हूं। मैं तेरे माथे को हीरे के तुल्‍य कड़ा कर देता हूं जो चकमक पत्‍थर से भी कड़ा होता है;सो तू उन से न डरना, और न उनके मुह देख कर तेरा मन कच्‍चा हो; क्‍योंकि वे बलवई घराने के हैं।'' (यहेजकेल 3:8,9)

प्रत्‍येक सच्‍चे प्रचारक को इस कठिन अनुभव से गुजरना पडता है। अगर वह न गुजरे, और कहना छोड़ दे, तो वह झूठा भविष्‍यवक्‍ता कहलायेगा।

3. तीसरा, विष्‍वसनीय प्रचारक भविष्‍यवक्‍ता से यह सीखना है कि, निराषा के उपरांत, कुछ आत्‍मायें बचायी जा सकती है।

अगर हम प्रचार करते हैं जैसा किया जाना चाहिये तो इस बुरे समय में हमें हतोत्‍साहित होना पड़ेगा। परमेष्‍वर ने यहेजकेल से कहा,

‘‘और हे मनुष्‍य के सन्‍तान, तू उन से न डरना; चाहे तुझे कांटों, ऊंटकटारों और बिच्‍छुओ के बीच भी रहना पडे, तौभी उनके वचनों से न डरना; यद्यपि वे बलवई घराने के हैं, तौभी न तो उनके वचनों से डरना, और न उनके मुंह देख कर तेरा मन कच्‍चा हो। सो चाहे वे सुनें या न सुनें; तौभी तू मेरे वचन उन से कहना, वे तोबडे़ बलवईहैं।''(यहेजकेल2:6-7)

यद्यपि उसे कंटीली झाडी़, कांटे और बिच्‍छुओं के सदृष्‍य लोगों के मध्‍य रहना पडेगा, किंतु एक सच्‍चे प्रचारक को बावजूद इसके अविचलित रहना चाहिये। हाँ, परमेष्‍वर का वचन सुनाना एक पवित्र कार्य है। और कुछ हृदय ऐसे अवष्‍य हैं जिन्‍हें हमारे प्रचार करने के द्वारा परमेष्‍वर उन्‍हें बचाता है (प्रेरितों के कार्य 16:14,15) परमेष्‍वर ने यहेजकेल से कहा जो उसकी सुनेगा, ‘‘वह चितौनी पाकर, निष्‍चय जीवित रहेगा।'' (यहेजकेल 3:21)

मैंने अपने हृदय को लॉस एंजिलिस में 1960 में गलियों में भी उंडेला है प्रचार किया है। लोग मुझ पर चीखते थे, मेरे ऊपर चीजें फेंकते थे, और मुझे पागल कहते थे। किंतु एक वयोवृद्ध आदमी ने जो काला सूट व टाई पहना हुआ था मेरा उपदेष कई दिनों तक सुना, और उसने मुझे अपने सुंदर घर में षाम के भोजन के लिये बुलाया। उसकी पत्‍नी वहां थी। वह किसी हाई स्‍कूल की प्राचार्य थी। उस सुंदर वृद्ध जोड़े ने मुझे बहुत उत्‍तम भोजन करवाया, और उस वृद्ध आदमी ने अपनी पत्‍नी से कहा कि उसने मुझे गली में उपदेष देते हुए सुना है। वे अपना अलबम निकाल लाये और मुझे उनके पिता की तस्‍वीर दिखाई, जो एक पुराने जमाने के प्रेसबिटेरियन पास्‍टर थे। रात में उस वृद्ध पुरूष ने कहा कि वे दोनों मेरे गलियों में सुनाये गये उपदेष पर चर्चा करते हैं। उसने कहा कि उन्‍होंने मुझे उनके घर इसलिये आमंत्रित किया क्‍योंकि वे दोनों बचाये जाना चाहते हैं - और वे चाहते थे कि मैं उन्‍हे मसीह के पास ले चलूं! मैं उस समय केवल 22 वर्ष का था। मैं उस समय कभी किसी वृद्ध जन को यीषु पर विष्‍वास लाने के लिये नहीं लेकर गया था। हम सबने घुटने टेके, और मैं उन्‍हें यीषु के पास ले गया। जब हम उठे तो उनके चेहरों पर अश्रुधारा बह रही थी। वे विल्‍षायर बिल्‍डिंग में इम्‍मानुएल प्रेसबिटेरियन चर्च के सदस्‍य थे....पर कभी भी बचाये नहीं गये थे। इस तरह का अनुभव इस खोये हुए संसार को और मजाक बना कर रख देता है, अर्थहीन बना देता है - और इससे बढ़कर कोई खुषी नहीं कि किसी को मसीहा के पास आते हुए देखें! परमेष्‍वर ने मुझे उन दो आत्‍माओं को दिया, मि.और मि.ऐलन ब्‍लेक। इससे मेरा लॉस एंजीलिस की सड़कों पर प्रचार करना फलदायी सिद्ध हुआ कि एक जवान आदमी एक अदभुत काम कर सका!

तब मैं लिबरल बाईबल सेमिनरी, जो सेनफ्रांसिस्‍को के उत्‍तर में है गया। मैंने जो वहां तीन वर्ष बिताये वे वास्‍तव में बहुत भयानक थे। मैं सच कहूं मुझे वहां जाने से घृणा होने लगी, जब मैं उन्‍हे प्रतिदिन बाईबल के ऊपर टिप्‍पणियां करते हुए सुनता। मैं परमेष्‍वर के वचन के लिये खडे़ होता, और वे मुझे पागल समझकर व्‍यवहार करते। यह सब अंतिम वर्ष में इतना बढ़ गया कि मुझे लगने लगा मैं यहां से स्‍नातक डिग्री नहीं कर पाऊंगा। किंतु मैंने की। बाद में, मैं उस बुरे समय की याद करने लगा, तो पाया कि मेरी इस गवाही से दो लोगों के जीवन बचाये गये। एक कोरिया का आदमी था, और दूसरा कहीं दूर दक्षिण से आया था, जो एक बैपटिस्‍ट था और संपूर्ण जीवन बिना बचाये हुये व्‍यतीत किया था। दोनों मेरे पास आंखों में आंसू भरते हुए आये, और धन्‍यवाद दिया कि मैं सुसमाचार के सत्‍य के लिये खड़ा रहा और उन्‍हें उद्धार प्राप्‍त करने की आवष्‍यकता बताई। उनके नाम गिल और मून थे। मैं उन्‍हे कभी नहीं भूल सकता! उनके उद्धार प्राप्‍त करने से मैं उस सेमनरी से मिले दर्द को भूल गया क्‍योंकि वह दर्द मेरे लिये फलदायी सिद्ध हुआ!

जब मैं, मरीन काउंटी में था, मैं जवान लोगों के कारों के हुजुम को प्रत्‍येक षुक्रवार की रात सेनफ्रांसिस्‍को केे गोल्‍डन गेट पुल पर से निकाला करता था। इसी दौरान मैं गली में पर्चे भी बांटता था और प्रचार भी करता था। एक रात वे एक लडके को मेरे पास लाये। उसने बताया कि वह प्रतिदिन कई सौ डॉलर की ड्रग्‍स, हेरोईन लेने का आदी है। इस ड्रग्‍स लेने की आदत के कारण वह चोरी भी करता है। उसने कहा,‘‘प्रचारक,कृपया मेरी मदद कीजिये। मैं सीधे रास्‍ते पर आना चाहता हूं।'' मैं उसे अपने साथ कार में मेरे घर ले गया। मैं षायद ऐसा करने से अब डरता, लेकिन मैं उसे मेरे किचन में ले गया। वह चीखता और सब चीजों को कई दिनों तक फर्ष पर फेंकता रहा क्‍योंकि उसे नष्‍ो की याद आती थी। अंत में सब षांत हो गया। वह हमारे चर्च में आया। जब मैंने सेनफ्रांसिस्‍को छोड़ा। मेरा उससे संपर्क छूट गया। पच्‍चीस वर्ष बीत गये। एक रात चर्च के अॉफिस में फोन बजा। फोन पर यह व्‍यक्‍ति बोल रहा था! मैंने उससे पूछा कि वह कहां है। उसने बताया कि वह विवाहित है और फ्‍लोरिडा में रहता है। उसके दो बालक हैं और वह चर्च के संडे स्‍कूल में पढ़ाता है। मैं चर्च से घर तक आषीषित महसूस करते हुये लौटा! सच में, कितनी खुषी मिलती है जब एक प्रचारक को मालूम होता है कि कोई जन बच गया क्‍योंकि उसे परमेष्‍वर के सेवक द्वारा ‘‘चेताया गया था'' (यहेजकेल3:21)

आपके विषय में क्‍या हाल है? मैंने एक प्रचारक के रूप में मेरी कहानी आपको बता दी। यहेजकेल के ये दो अध्‍याय जब मैंने डॉ0जे वर्नान मैगी को रेडियो पर प्रचार करते हुये सुना जो पिछले पचास वर्षों से मेरे लिये बहुत मायने रखते हैं। इतने दषकों से सुसमाचार प्रचार करते करते ये आयतें मेरे दिमाग में बस गई है - जो पापियों को चेताती है कि यीषु उनके पापों का दंड चुकाने के लिये क्रूस पर मरा; कैसे वह मृतकों में से जी उठा, और अब स्‍वर्ग में जीवित है; उन्‍हें पापों से पष्‍चाताप करने और मसीहा पर विष्‍वास करने के लिये बुलाती है। क्‍या आज रात आप यीषु पर विष्‍वास करेंगे? अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे मुझे बहुत खुषी होगी - और यह आपको भी खुषी प्रदान करेगा - हर समय अनंत काल तक!

अगर आप यीषु के पास आने के विषय पर बात करना चाहते हैं, तो कृपया उठकर अॉडिटोरियम के पिछले भाग में आ जाइये। मि0 जान सेमुएल कैगन आपको दूसरे कक्ष में ले जाऐंगे जहां हम बात कर सकते हैं और प्रार्थना कर सकते हैं। डॉ0 चान, कृपया आइये और प्रार्थना कीजिये कि आज की रात कोई यीषु पर विष्‍वास लाये। आमीन।

(संदेश का अंत)
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संदेष के पूर्व बाईबल में से पढा गया श्री ऐबेल प्रुद्योमें द्वाराः यिजकेल 2:3-7
संदेष के पूर्व एकल गीत श्री बैंजामिन किनकैद ग्रिफिथ द्वारा गाया गया :
(‘‘सच वह भारी दिल''(डा. जान.आर.राइस,1895-1980)


रूपरेखा

विद्रोही लोगों को प्रचार करना

द्वारा डॉ0आर.एल.हिमर्स,जूनियर

‘‘और उसने मुझ से कहा, हे मनुष्‍य के संतान, मैं तुझे इस्राएलियों के पास अर्थात बलवा करने वाली जाति के पास भेजता हूं, जिन्‍होंने मेरे विरूद्ध बलवा किया है; उनके पुरखा और वे भी आज के दिन तक मेरा अपराध करते चले आए हैं। इस पीढ़ी के लोग जिनके पास मैं तुझे भेजता हूं, वे निर्लज्‍ज और हठीले हैं;और तू उन से कहना, प्रभु यहोवा यों कहता है, इस से वे, जो बलवा करने वाले घराने के हैं, चाहे वे सुनें व न सुनें, (बलवा करने वाले घराने के हैं,) वे इतना जान लेंगे कि हमारे बीच एक भविष्‍यवक्‍ता प्रगट हुआ है'' (यहेजकेल 2:3-5)

(2पतरस 2:5; भजन 2:2,3; मत्‍ती 3:7)

1. प्रथम, एक विष्‍वसनीय प्रचारक यह जान लेता है कि उसे विद्रोही लोगों को प्रचारकरने भेजा गया है,यिजकेल2:3;यषायाह 53:6;
यिर्मयाह5:23;रोमियो 3:12;5:19;इफिसियो2:3;रोमियों3:9-18

2. द्वितीय, विष्‍वसनीय प्रचारक भविष्‍यवक्‍ता से सीखता है कि उसे निरंतर परमेष्‍वर के वचन का प्रचार करते जाना है;यिजकेल 2:4-5अ;2तिमुथियुस3:16;मत्‍ती25:46;1राजा19:12,13;यिजकेल3:8,

3. तीसरा, विष्‍वसनीय प्रचारक भविष्‍यवक्‍ता से यह सीखना है कि, निराषा के उपरांत, कुछ आत्‍मायें बचायी जा सकती है, यिजकेल 2:6-7; प्रेरितो के कार्य 16:14,15; यिजकेल 3:21