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ल्‍ेापालकपन

ADOPTION!
(Hindi)

द्धारा डॉ आर एल हिमर्स
by Dr. R. L. Hymers, Jr.

रविवार की सुबह,नवंबर 3, 2013 को लॉसएंजिलिस बैपटिस्‍ट टेबरनेकल
में दिया गया संदेष
A sermon preached at the Baptist Tabernacle of Los Angeles
Lord’s Day Morning, November 3, 2013

‘‘और तुम जो पुत्र हो इसलिए “परमेष्‍वर ने अपने पुत्र के आत्‍मा को जो हे अब्‍बा हे पिता कहकर पुकारता है हमारे ह्‍दय में भेजा है” (गलातियों 4:6)।


त्रिएकत्‍व का सिद्धांत मूल बात है। जो सच्‍चे मसीही हैं वे दूसरी षिक्षाओ को अस्‍वीकार कर देते हैं। त्रिएकत्‍व का सिद्धांत मसीहत का आधार है। और इस पद में हम त्रिएकत्‍व के तीनों व्‍यक्‍तियों को पाते हैं। हमें बताया गया है कि परमेष्‍वर जो पिता है वह उद्धार का रचयिता है। हमें बताया गया है कि जब हम परिवर्तिंत होते हैं वह उसके पुत्र का पवित्र आत्‍मा हमारे ह्नढय में भेजता है। हम पुर्ण रूप से परमेष्‍वत्‍व को नही समझ सकते है। लेकिन धर्मषास्‍त्र में हमें इसका प्रकाषन मिलता है। इसलिए त्रिएकत्‍व को हम विष्‍वास से स्‍वीकारते हैं।

पद यह बताता है कि मसीह परमेष्‍वर है। वह षारिरिक रूप से स्‍त्री से जन्‍मा है। उसका वर्णन भेजे गये के रूप में किया गया है - और इसलिए वह पैदा होने से पूर्व अस्‍तित्‍व में है। उसे “पुत्र” कहकर बुलाया जाता है - जिसका अर्थ है जिसमें पिता के समान गुण हैं। यह मसीह का ईष्‍वरत्‍व सिद्ध करता है। पवित्र आत्‍मा वह करता है जो केवल परमेष्‍वर कर सकता है । वह उसके बच्‍चों के ह्नदय में रहता है। इसलिए हमारे पास त्रिएकत्‍व के तीनों व्‍यक्‍तियों के नाम हैं - “परमेष्‍वर पिता” “आत्‍मा” और “उसका पुत्र”।

सच्‍चे मसीही यह जानते हैं कि तीनों व्‍यक्‍ति उद्धार प्राप्‍त करने के लिये आवष्‍यक है। हम पिता से प्रेम रखते हैं क्‍योकि उसने हमें उसके बालक होने के लिये चुना। हम पुत्र से प्रेम रखते हैं क्‍योंकि उसने अपना रक्‍त हमारे लिये बहाया। हम पवित्र आत्‍मा से प्रेम रखते हैं क्‍योकि वह हमें पापो के प्रति सचेत करता है और मसीह के पास लेकर आता है। इसलिए हम हर आराधना में दो छोटे गीत अवष्‍य गाते हैं। प्रथम, हम महिमा के गीत गाते हैं जो 17 वीं षताब्‍दी में थॉमस केन द्धारा लिखा गया था ।

परमेष्‍वर की प्रषंसा जिससे सारी आषीषें मिलती है;
जितने भी प्राणी इस संसार में हैं सब उसकी प्रषंसा करो;
उसकी प्रषंसा करो जितने भी स्‍वर्गिक मेजबान हैं;
प्रषंसा करो परमेष्‍वर की, पुत्र की, पवित्र आत्‍मा की।
     (“द डॉकसोलोजी” थॉमस केन, 1637 - 1711)

और हम “ग्‍लोरिया पेत्री” भी गाते है जो 2री सदी में अज्ञात लेखक द्धारा लिखा गया।

प्रषंसा हो पिता की, पुत्र की,
और पवित्र आत्‍मा की;
जैसे प्रारंभ में थी, है और हमेषा रहेगी,
सनातन काल तक आमीन,आमीन।
     (“ग्‍लोरिया पेत्री,” 2री सदी अज्ञात )

ये दो छोटे गीत रविार को हर आराधना में गाए जाते हैं - क्‍योंकि वे पवित्र त्रिएकत्‍व की महिमा, प्रषंसा करते हैं,क्‍योंकि वह हमारा परमेष्‍वर है!

मार्मन कहते हैं ये तीनों अलग परमेष्‍वर हैं। किन्‍तु वे गलत है। तीनों में एक ही परमेष्‍वर निवास करता है। यहोवा विटनेस यीषु को नहीं मानते। किन्‍तु वे गलत हैं। यीषु परमेष्‍वर है, त्रिएकत्‍व का दूसरा व्‍यक्‍ति। मुस्‍लिम पुत्र एवं पवित्र आत्‍मा को परमेष्‍वर मानने से इंकार करते हैं। किन्‍तु वे गलत है। परमेष्‍वरत्‍व में तीन व्‍यक्‍ति हैें। घर्मविज्ञानी उदारवादी प्रोटेस्‍टैंट सभी तीनों व्‍यक्‍तियो का इंकार करते हैं, ऐसा ही आघुनिक यूनिटेरियन्‍स कर रहे हैं - जो इन दोनो समूह को, घोर आस्‍तिक बनाता है। घर्मविज्ञानी उदारवादी, चाहे नम्र कहलाने वाले फुलर सेमनरी के लोग हो, या और हठी कहलाने वाले क्‍लेरमोंट ग्रेजुएट स्‍कूल के लोग हों जो इसे इतिहास का अवष्‍ोष मानते हों या घर्मविज्ञानी की कोई गलती। इन उदारवादी मतों ने एकेष्‍वरवाद को - और, आस्‍तिकवाद को अनिष्‍चितता प्रदान की है,जहां ईष्‍वर को अस्‍वीकार किया जाता है। किन्‍तु बाईबल स्‍वयं सिखाती है कि परमेष्‍वर त्रिएकत्‍व हैं। किन्‍तु बाईबल यह बताती है कि परमेष्‍वर त्रिएकत्‍व हैं - और हमको एक ईष्‍वर के सामने झुकना चाहिए - पिता,पुत्र,और पवित्र आत्‍मा। हमें हमारी बैपटिस्‍ट और प्रोटेस्‍टेंट धरोहर के प्रति सच्‍चे बने रहना चाहिए। “मसीहियों” की जिनमें कैथोलिक और अॉथोडाक्‍स भी षामिल है,यह सिखाया गया है कि परमेष्‍वर त्रिएक परमेष्‍वर हैं। ऐतिहासिक रूप में बैपटिस्‍ट व इवेंजलिस्‍ट ने त्रिएकत्‍व के सिद्धांत को थामे रखा हैै।

किन्‍तु बाईबल स्‍वयं सिखाती है कि परमेष्‍वर त्रिएकत्‍व है। किन्‍तु बाईबल यह बताती है कि परमेष्‍वर त्रिएकत्‍व है - और हमको एक ईष्‍वर के सामने झुकना चाहिए - पिता,पुत्र,और पवित्र आत्‍मा। हमें हमारी बैपटिस्‍ट और प्रोटेस्‍टेंट धरोहर के प्रति सच्‍चे बने रहना चाहिए। “मसीहियों” की जिनमें कैथोलिक और अॉर्थाेडॉक्‍स भी षामिल है, यह सिखाया गया है कि परमेष्‍वर त्रिएक परमेष्‍वर है। ऐतिहासिक रूप में बैपटिस्‍ट व इवेंजलिस्‍ट ने त्रिएकत्‍व के सिद्धांत को थामे रखा है।

“परमेष्‍वर ने अपने पुत्र के आत्‍मा को जो हे अब्‍बा हे पिता कहकर पुकारता है हमारे ह्‍दय में भेजा है” (गलातियो 4:6)

हमने धर्मषास्‍त्र में त्रिएकत्‍व के बारे में पढा है। अब हम देखेंगे कि यह पद हमसे यह एक सुन्‍दर पद है और जिसका अर्थ बडा गहरा और समृद्व है।

1़ प्रथम,पद हमें लेपालकपन के सिद्धांत के बारे में सिखाता है।़

पद कहता है,“तुम पुत्र हो”और यह पिछले पद की ओर इषारा करता है,‘‘कि हमें पुत्र होने का अधिकार मिला'' परमेष्‍वर द्धारा गोद लिया जाना आवष्‍यक है क्‍योंकि हम उसकी नैसर्गिक संतान नहीं हैं। बाईबल कहती है कि हम ‘‘परमेष्‍वर का वंष'' है (प्रेरितों के कार्य 17 : 29) किन्‍तु यह हमारे षारिरिक रूप की ओर इषारा करता है और यह गलातियों 4:5 में बताये गये पुत्र होने के अधिकार से कहीं अलग है। पुर्नजन्‍म, जिसे नया जन्‍म, कहा जाता है हमें परमेष्‍वर के बालकों का सा स्‍वभाव प्रदान करता है। किन्‍तु लेपालकपन, जो नये जन्‍म के बाद मिलता है, हमें परमेष्‍वर के बालक होने का अधिकार देता है।

जब मैं दो साल का था तब मेरे पिता छोड़कर चले गए। जब मैं तेरह साल का था तब मैं मां के साथ नही ठहर सका क्‍योंकि कमरे में जगह नहीं थी तो मैैं अपने दूसरे रिष्‍तेदार के यहां 13 की उम्र मे रहने चला गया। वहां इतनी षराब का सेवन व झगड़ा चलता रहता कि मैं दुपहरी बीतने पर पीछे के दरवाजे से बाहर निकल जाता, लॉन में घूमता रहता, एक पुरानी टूटी बाड़ पर चढकर डॉ व मिसेज मेकगाोवन के घर चला जाता। वहां मैं उनके बेटे और बेटी के साथ खेलता या टी़वी़ देखता।

मैं हमेषा उनके घर के पीछे के दरवाजे पर खटखटाता, व इंतजार करता कि कोई मुझे अंदर आने दे। परन्‍तु एक दिन मिसेज मेकगाोवन ने मुझसे कहा,‘‘राबर्ट, तुम्‍हें खटखटाने की जरूरत नहीं है। तुम सीधे अंदर आ जाया करो।' तब से मैं एक पविार के सदस्‍य के समान सीधे अंदर ही चला जाता। सप्‍ताह में तीन चार बार मिसेज मेकगाोवन मुझे रसोई में ही बुला लेती व उनके साथ भोजन करवाती। इससे मुझे बेहद खुषी मिलती व ऐसा लगता कि मैं उनके घर के बच्‍चो जैसा ही हूं। मैंने कहा मैं उनके घर के बच्‍चो जैसा ही हूं। चार सालों तक 13 से लेकर 17 साल तक वे मुझे उनके साथ छुटिटयों पर भर भी घुमाने ले जाते। मैं उनके प्रति बहुत आभारी था, और मैं उन्‍हें ऐसा बोल भी दिया करता था। मैं उन्‍हें क्रिसमस के कार्ड भी भेजा करता था - जब तक वे जिन्‍दा थे। मैं उन्‍हें क्रिसमस के उपहार भी भेजा करता था। जब डॉ मेकगोवन बहुत बूढे हो गये मैंने उनकी दृष्‍टि बढाने के लिये उन्‍हें कीमती चष्‍मा भी भेंट किया। उनका वहीं चष्‍मा उनके कॉफीन के साथ रखा गया जब मैने उनकी अंतिम क्रिया में संदेष दिया। वह अक्‍सर कहते थे कि मैं उनके बालक समान था। वह जानते थे यह मेरे लिये जरूरी था, क्‍यांकि उनके पिता भी जब वह छोटे थे तब ही मर चुके थे और उनके सौतेले पिता भी उनके साथ अच्‍छा व्‍यवहार नहीं करते थे। हां, मैं उनके बालक के - समान - ही था किन्‍तु पूर्ण रूप से नहीं।

ऐसा ही आपमें से कुछ के साथ हैं। आप चर्च में आए। आपको लगभग ऐसा लगा कि आप चर्च के परिवार जैसे ही हो। किन्‍तु कुछ बात की कमी है। आपको ऐसा लगता है कि आप परिवार के नहीं हो। आपको गोद लिये जाने की कमी लगती है! परमेष्‍वर द्धारा आपको गोद लिया जाना जरूरी है, नही ंतो आप वास्‍तव में चर्च का सच्‍चा भाग नहीं कहलायेंगे।

भले ही आप उसी चर्च में बढे हुए हों,पर आपको संतुष्‍टि तब तक नही होगी जब तक परमेष्‍वर आपको अपने परिवार में गोद न ले। र्स्‍पजन ने कहा था कि अगर एक व्‍यक्‍ति नया जन्‍म पाया हुआ नहीं है ‘‘वह एक अपराधी के समान खड़ा होता है, बच्‍चे के समान नहीं वह (परमेष्‍वर) का विरोधी होता है, न कि वह बालक जो उसके पिता के प्रेम का आनंद ले रहा हो।'' आपको नया जन्‍म लेना आवष्‍यक है ताकि आप गोद लिए जा सके और उसके पुत्र बनने के अधिकार का लाभ उठा सकें। इससे संबंधित एक अज्ञात गीत 1777 में लिखा गया,

परमेष्‍वर के चुनाव द्धारा हम उसके पुत्र है जो यीषु मसीह
   पर विष्‍वास रखते हैं,
जो यीषु मसीह पर विष्‍वास रखते हैं;
   आत्‍मिक मंजिल द्धारा,
हम उसका बड़ा अनुग्रह प्राप्‍त करते हैं
   (‘‘हमारी स्‍वयं की गीत की पुस्‍तक''
      सी0एच0र्स्‍पजन द्वारा संकलित,1834- 1892)

2़ दूसरा, यह पद नया जन्‍म पाए लोगो के अंदर पवित्र आत्‍मा के निवास करने की बात कहता है।

‘‘और क्‍योंकि तुम पुत्र हो, परमेष्‍वर ने अपने पुत्र के आत्‍मा को जो हे अब्‍बा हे पिता कहकर पुकारता है हमारे ह्‍दय में भेजा है” (गलातियो 4:6)

हमें पिता से पवित्र आत्‍मा मिला है। जब हम बचाए जाते हैं, परमेष्‍वर हमारे अंदर पवित्र आत्‍मा भेजता है।

ध्‍यान दें कि पद यह कहता है कि परमेष्‍वर ‘‘हमारे ह्‍दय में पवित्र आत्‍मा'' भेजता है। यह ऐसा नहीं कहता कि वह पवित्र आत्‍मा हमारे मस्‍तिष्‍क में भेजता है। आत्‍मा हमारे ह्‍दय में आता है। हमारा ह्‍दय हमारा केंद्रबिंदु है, बाईबल कहती है,‘‘क्‍योंकि धार्मिकता के लिए मन से विष्‍वास किया जाता है'' (रोमियों 10:10)

जब आप परमेष्‍वर के बालक कहलाते हैं आप पर पवित्र आत्‍मा की मुहर लग जाती है, जो आपके जीवन में षांति, परमेष्‍वर से निकटता और उसकी संगति लेकर आती है। बडे बेटे के समान बाहर खडे रहने के बजाय आप उडाऊपुत्र के समान अंदर आ जाते हो जिसने अभी अभी नया जन्‍म प्राप्‍त किया हो। ऐसे भी मसीही जन हैै जो दावा तो करते हैै कि वे मसीही हैै किन्‍तु उन्‍होंने इस अनुभव को कभी प्राप्‍त नहीं किया वे जो पुत्र नहीं हैै, वे आत्‍मा के निवास के बारे में कुछ नहीं जानते। वे तो इसमें भी आष्‍चर्य करेंगे कि हम क्‍या कह रहे हैैं। कभी वे हमसे उन्‍हें यह बताने के लिये गुस्‍सा भी हो सकते हैैं कि हमारे पास जो हैै वह उनके पास नहीं हैै। मैैं सोचता हूं कैैन द्वारा हाबिल को मारने में ऐसे ही कोई एक कारण हो सकता हैै। मैैं सोचता हूं इसी कारण बडा बेटा उडाऊ पुत्र के आगमन की खुषी में भोज देने पर नाराज था। ‘‘वह क्रोध से भर गया औैर भीतर जाना न चाहा''(लूका 15: 28) तब पिता बाहर आया औैर ‘‘उसे मनाने लगा''- औैर अनुनय करने लगा (लूका 15: 28) परमेष्‍वर हमसे अनुनय करता हैै कि हम मसीह में आ जाये औैर उसके गोद लिये बालक होने के अधिकार का उपयोग करें! इस प्राचीन भजन को सुनिये,

‘‘मुझे अपना ह्नदय सौैंपो,'' पिता स्‍वर्ग से यों कहता हैै,
   उसके लिये हमारे प्‍यार से बढकर कुछ बेषकीमती चीज नहीं;
धीमे से वह कानों में कहता हैै, जहां कहीं भी तुम हो
   ‘‘घन्‍यवाद के साथ मुझ पर भरोसा रखो, औैर अपना दिल मुझे दे दो''

‘‘अपना दिल मुझे दे दो, ‘‘अपना दिल मुझे दे दो।'
   वह तुम्‍हें इस अंघकारपूर्ण संसार से बाहर खीच लेगा;
इतने प्रेम से वह बुलाता,‘‘अपना दिल मुझे दे दो।''
   (‘‘अपना दिल मुझे दे दो'' एलिजा इ़ हैैविट द्वारा लिखित, 1851 - 1920)

जब आप अपना दिल यीषु को दे दोगे, तो आप ये गा सकोगे,

मैं राजा का बालक हूं, मैं राजा का बालक हूं;
यीषु मेरा उद्धारकर्ता, मैं राजा का बालक हूं।
   (‘‘राजा का बालक'' हैैरियेट इ ब्‍यूएल द्धारा रचित 1834 - 1910)

3़ तीसरा, यह पद यीषु से नजदीकी औैर प्रेम के बारे में बोलता है।

‘‘और क्‍योंकि तुम पुत्र हो, परमेष्‍वर ने अपने पुत्र के आत्‍मा को जो हे अब्‍बा हे पिता कहकर पुकारता हमारे ह्‍दय में भेजा है” (गलातियों 4:6)

अंतिम इन तीन षब्‍दों को देखो,‘‘अब्‍बा, हे पिता।'' ध्‍यान दो कि यह आत्‍मा पुकारता हैै, ‘‘अब्‍बा, हे पिता।'' यह कितनी रोचक बात हैै। पौैलुस इस विषय में रोमियों में लिखता हैै। उसने कहा,

ढच बसेंेत्रष्‍ुनवजमऋपदकमदजष्‍झ‘‘क्‍योंकि तुमको दासत्‍व की आत्‍मा नहीे मिली कि फिर भयभीत हो; परन्‍तु लेपालकपन की आत्‍मा मिली हैै जिससे हम हे अब्‍बा हे पिता कहकर पुकारते हैं''( रोमियोंं 8: 15)

प्रथम, तो आत्‍मा स्‍वयं पुकारता है,‘‘हे अब्‍बा हे पिता।'' जब पवित्र आत्‍मा पुकारता हैै, तब हम भी पुकारते हैं -‘‘हे अब्‍बा हे पिता।'' पवित्र आत्‍मा हमें प्रेरित करता है कि हम उसे इस तरह पुकारें जब हम नया जन्‍म पाकर परमेष्‍वर के बालक बन जाते हैं

“एक बालक ‘‘पिता'' को ‘‘अब्‍बा'' कहकर बुलाता है। पिता के लिए अरामी भाषा में ‘‘अब्‍बा''षब्‍द काम में लाया जाता है। छोटे बच्‍चे लाड़ से पिता को ऐसा कहकर बुलाते हैं। इसका अनुवाद पापा या डैडी भी हो सकता है। स्‍पर्जन ने कहा था,‘‘अब्‍बा, परमेष्‍वर के एक छोटे बालक द्वारा पुकारे जाने वाला प्रेम से भरा, स्‍वाभाविक, उपयुक्‍त षब्‍द है। जब यीषु गेतसेमनी के बाग में वेदना में थे, वह जमीन पर गिर कर प्रार्थना करने लगे,‘‘अब्‍बा, पिता़, इस कटोरे को मेरे पास से हटा ले''(मरकुस 14:36) उन्‍हें डर था कि कू्रस के पूर्व भी उस बगीचे में उनकी मृत्‍यु हो सकती है – इसलिए वह स्‍वर्गिक पिता के सामने पुकार उठे

औैर जब आप नया जन्‍म प्राप्‍त कर लेते हो, गोद लिये बालक के समान तब आप भी यीषु के समाने प्रार्थना मे पुकार सकते हैं, ‘‘हे अब्‍बा, हे पिता!''

अपने पापों से मन फिराओ और यीषु पर विष्‍वास करो। उस क्षण उसका लहू आपके पापों को साफ करेगा, और उसके पुनरूत्‍थान की सामर्थ आपके ह्नदय को खोल कर रख देगी और आप परमेष्‍वर द्वारा गोद ले लिए जाओगे! आप हमेषा के लिए उसके पुत्र कहलाओगे! तब आप यह गाने में समर्थ होंगे कि आप ‘‘राजा के बालक हैं''-

मैं पृथ्‍वी पर ण्‍क बार निकाले हुए के समान अजनबी था,
   एक पापी और जन्‍म से अजनबी था;
किन्‍तु मैं गोद ले लिया गया, मेरा नाम लिख लिया गया
   एक वस्‍त्र औैर एक ताज का उत्तराधिकारी हो गया।
मैैं राजा का बालक हूं, राजा का बालक हूःं
   यीषु मेरा उद्धारकर्ता, मैं राजा का बालक हूं।
(राजा का बालक, हैैरियेट इ़ ब्‍यूएल द्धारा रचित 1834.1910)

और आप चार्ल्‍स वेस्‍ली के साथ भी गा सकते हो,

परमेष्‍वर से मेरा मेल मिलाप हुआ,
   उसने मुझे अपना बालक बनाया है, अब मुझे डरने की जरूरत नहीं;
मैं उसके पास विष्‍वास से जाऊंगा, औैर पुकारूंगा,‘‘हे पिता, हे अब्‍बा, हे पिता!''
   (हे आत्‍मा जाग! जाग!''
(‘‘जाग! हे आत्‍मा'' चार्ल्‍स वेस्‍ली द्वारा रचित,1707 - 1788)

विष्‍वास से यीषु के पास आओ उस पर विष्‍वाय रखें और तुम एकदम से उसके बालक बन जाओगे। मसीह उसके लहू से आपके पापों को साफ करेगा और अपने पुनरूत्‍थान की सामर्थ से आपको जीवन देगा। अगर आप एक सच्‍चे मसीही बनने के विषय में बात करना चाहते हैं, तो कृपया अपनी जगह से उठकर पीछे की और आइये। डॉ0कगान आपको अन्‍य कमरे में ले जाएंगे जहां हम आपके प्रष्‍नों का उत्‍तर दे सकते हैं और प्रार्थना कर सकते हैं। अभी आइये। डॉ0चान प्रार्थना कीजिए कि आज सुबह कोई यीषु के पास आने के लिए तैयार हो। आमीन।

(संदेश का अंत)
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संदेष के पूर्व धर्मषास्‍त्र पाठ का पठन श्री ऐबेल प्रुदोमे द्वारा किया गयाः गलतियो 4: 3-7
संदेष के पूर्व एकल गान श्री बैंजामिन ग्रिफिथ द्वारा प्रस्‍तुत किया गयाः
‘‘राजा का बालक'' (हैैरियेट इ़ ब्‍यूएल द्धारा रचित 1834-1910)


रूपरेखा

ल्‍ेापालकपन

द्वारा डॉ आर एल हिमर्स जूनियर

‘‘और क्‍योंकि तुम पुत्र हो, परमेष्‍वर ने अपने पुत्र के आत्‍मा को जो हे अब्‍बा हे पिता कहकर पुकारता है हमारे हृदय में भेजा है” (गलातियों 4:6)।

1़ प्रथम, पद हमें लेपालकपन के सिद्धांत के बारे में सिखाता हैं,प्रिेरतों के काम 17:29; गलातियो 4:5।

2़ दूसरा, यह पद नया जन्‍म पाए लोगों के अंदर पवित्र आत्‍मा के निवास करने की बात करता है,रोमियो 10:10;लूका 15:28।

3़ तीसरा, यह पद यीषु से नजदीकी और प्रेम के बारे में बोलता है, रोमियों 8:15;मरकूस 14:36।