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बचानेवाला छूना (स्‍पर्ष)

THE SAVING TOUCH

डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा
by Dr. R.L. Hymers, Jr.

लोस एंजलिस के बप्‍तीस टबरनेकल में प्रभु के दिन की षाम, 4 दिसम्बर, 2011
को दिया हुआ धार्मिक प्रवचन
A sermon preached at the Baptist Tabernacle of Los Angeles
Lord’s Day Evening, December 4, 2011

“वह यीषु की चर्चा सुनकर भीड़ में उसके पीछे से आई और उसके वस्‍त्र को छू लिया, क्‍योंकि वह कहती थी, यदि मैं उसके वस्‍त्र ही को छू लूँगी, तो चंगी हो जाऊँगी। और तुरन्त उसका लहू बहना बन्द हो गया, और उसने अपनी देह में जान लिया कि मैं उस बीमारी से अच्‍छी हो गई हूँ। और यीषु ने तुरन्त अपने में ज़ान लिया कि मुझ में से सामर्थ्य निकली है, और भीड़ में पीछे फिरकर पूछा, मेरा वस्‍त्र किसने छुआ? और उसके चेलों ने उससे कहा, तू देखता है कि भीड़ तुझ पर गिरी पड़ती है, और तू कहता कि किसने मुझे छुआ?” (मरकुस 5:27-31)।


मैं मानता हूँ कि प्रभु आज रोगग्रस्त को अच्‍छा कर सकते है। मैंने देखा है लोगों को अच्‍छा होते हुए प्रार्थना के जवाब में। परन्‍तु आरोग्यकर की गणना का मुख्य कारण, इस स्‍त्री की तरह, वो बताना है कि यीषु हमें आध्‍यात्‍मिकरूप से अच्‍छा कर सकते है। हमने देखा है लोगों को बहुत से विभिन्न प्रकार के आत्‍मिक रोग से अच्‍छे होते हुए, यीषु के साथ संपर्क में आने से। मेरी ये प्रार्थना है कि आजरात कोई यहाँ भीड़ से धकेला जाये, विष्‍वास द्वारा बाहर आये, मसीह के जामा (Robe) को छुएँ और तुरन्त पाप की बीमारी से बचाये जाये। हम इस स्‍त्री के ठीक होने से कुछ चीजे सीख सकते है।

I. पहला, छूने (स्‍पर्ष) की विलक्षणता।

ध्‍यान दीजीये कि वहाँ लोगो की बड़ी भीड़ थी यीषु के आसपास जैसे वे चलते थे। लूका के सुसमाचार हमें कहते है,

“यीषु ने कहा, मुझे किसने छुआ? जब सब मुकरने लगे, तो पतरस और उसके साथियों ने कहा, हे स्‍वामी, तुझे तो भीड़ दबा रही है और तुझ पर गिरी पड़ती है” (लूका 8:45)।

भीड़ ने यीषु को दबाया, उन्‍हें हर तरफ से छूते हुए। परन्‍तु सिर्फ वह स्‍त्रीने उन्‍हें विष्‍वास सें छूअॉ-और उस भारी भीड़ में वो अकेली ही बचायी गयी! यीषु ने हमें कहा कि बहुत कम लोग बचाये जायेंगे। उन्‍होंने कहा,

“सकेत फाटक से प्रवेष करो, क्‍योंकि चौड़ा है वह फाटक और सरल है वह मार्ग जो विनाष को पहुँचाता है; क्‍योंकि सकेत है वह फाटक और कठिन है वह मार्ग जो जीवन को पहुँचाता है, और थोडे़ है जो उसे पाते है” (मती 7:13-14)।

यीषु ने कहा, “थोड़े है जो उसे पाते है।” सिर्फ यही स्‍त्री यीषु के पास आयी, और सिर्फ वो अकेली ही बचायी गयी उस भारी भीड़ में से।

आप ऐसे नहीं मान लेना कि आप बचाये जाओगे अगर आप धार्मिक प्रवचन सुनते हो। आप नहीं मान लेना कि आप किसी दिन बचाये जाओगे। मैं बहुत भयभीत हूँ कि आप खोए हुए रहोगे। मैं भयभीत हूँ कि आप पाप की अवस्‍था मे जाओगे, कभी भी अपराध महसूस नहीं करते हुए, कभी भी अपराधभाव के आसुॅ नहीं होंगे, आपके पाप की माफी के लिये कभी भी यीषु की आवष्‍यकता को महसूस नहीं करते हुए-जबतक कमसेकम, क्षण में, आप मरते हो और अधोलोक मे गिरते हो,

“जहॉ उनका कीड़ा नहीं मरता और आग नहीं बुझती” (मरकुस 9:48)।

“उनकी पीड़ा का धुआँ युगानुयुग उढता रहेगा; उनको रात दिन चैन न मिलेगा” (प्रेकाषितवाक्य 14:11)।

डो. जोन आर. राइसने कहा,

     उनकी पीड़ा का धुआँ उठता रहेगा दिनो तक, युगानुयुग। अगर वो सब होगा, कोई षायद आष करे कि अधोलोक की ज्‍वाला से पापी भस्म होने के बाद; और समाप्त होके, धुआँ ऊपर और ऊपर और ऊपर जाना चाहिए सदा के लिये। परन्‍तु बाकी का पद यह स्‍पश्ट करता है कि पापी वहाँ सदा के लिये पीड़ित होता है, क्‍योंकि वो कहता है, “उन्‍हें रात दिन चैन न मिलगा”! पापी आधोलोक में रहता है दिन के बाद दिन और रात के बाद रात तक। रातभी दिन की पीड़ा से राहत नही लाता, और रात की भयानकता के बाद के नये दिन का प्रभात सिर्फ वचन देता है ज्‍यादा पीड़ा को जो उस अषान्त जगह में है, जिन्‍होंने मसीह का अस्‍वीकार किया था और उनके पास उनकी दया नहीं होगी!
     यह अंधोलोक का प्रकार है जो यीषु कहते हैं जब उन्‍होने कहा, “जहाँ उनका कीड़ा नहीं मरता और आग नहीं बुझती”। मैं नहीं जानता पवित्रषास्‍त्रा का यह सब अर्थ है। मैं जानता हूँ कि इस वर्तमान जगत में षरीर की सारी पीड़ा और दर्द पाप द्वारा हुई है। कीड़ो का संक्रमण (Infection), परजीवी (Parasites) की महामारी (Plagues) जो मनुश्य षरीर को संकमण करती है, कर्करोग से सड़ना ये सारे पारेमाण है पाप के। यह सब नहीं होता परिपूर्ण आदम को अदन की वाटिका में। यह सब अच्‍छा होता कि हज़ारो ऐसे नकहेजानेवाली भयानकता षरीर के तड़प की राह देख रही है पापी की अधोलोक मे बिना बचायी हुई मृतक की पुनरूस्‍थान और आखरी न्‍याय के दिन के बाद। जब यीषुने कहा, “जहाँ उनका कीड़ा नहीं मरता और आग नहीं बुझती”, वे निष्‍चितरूप से निरन्तर तड़प के बारे हेतु था (जोन.आर.राईस, डी.डी., हेलःव्‍होट ध बाइबल सेयस अबाऊट इट (अधोलोकःबाइबल इसके बारे मे क्‍या कहता है), र्स्‍वोड ओफ ध लोर्ड प्रकाषक, 1945, पृश्ठ. 17)।

मसीह के पास अभी आओ बहुत देर होने से पहले।

II. दूसरा, व्‍यक्‍ति जो छुआ गया था।

वे प्रभु यीषु मसीह थे जिनको उसने छुआ था। वे प्रभु पितामह नहीं थे। वो पवित्र आत्‍मा भी नहीं थी। वे स्‍वंय यीषु मसीह ही थे जिनको उसने छुआ था। मैं आज रात आपसे कहता हूँ कि अगर आप सिर्फ उनके पहिनावे को ही छुओगे तो भी आप बचाये जाओगे। यीषु का ज़रा सा भी स्‍पर्ष आपको तुरन्त मुक्‍ति दे सकता है। कोई बात नहीं आपने जो भी पाप किये हो, वो आपको अच्‍छा करेंगे।

यीषु ईष्‍वरीय आदमी है, त्रिलोक का दूसरा व्‍यक्‍ति। वे स्‍वर्ग से नीचे आये हमारे बीच रहने, गतसमनी के बगीचे मे हमारे पापो के लिये तड़पने, क्रूस पर मरने हमारे पापो की सज़ा चुकाने, उनका पवित्र लहू बहाने ताकि हमारा हरएक पाप षुद्ध हो जाये, हमे मुख्य पाप की भयानक असर से अच्‍छा करने, हमे मृत्‍यु से जीवन देने!

“क्‍योंकि परमेष्‍वरने अपने पुत्र को जगत में इसलिये नहीं भेजा कि जगत पर दण्ड की आषा दे; परन्‍तु इसलिये कि जगत उसके द्वारा उद्धार पाए” (यूहन्‍ना 3:17)।

“चमत्‍कार हुआ।” इसे गाइये!

चमत्‍कार हुआ सितारों को जगह पर रखने,
   चमत्‍कार हुआ जगत को अवकाष मे टाँगने;
परन्‍तु जब उसने मेरी आत्‍मा को बचाया,
   षुद्ध किया और मुझे पूर्ण बनाया,
चमत्‍कार हुआ प्रेम और अनुग्रह का!
   (“चमत्‍कार हुआ” जोन.डबल्‍यु पीटरसन द्वारा, 1921-2006)।

III. तीसरा, जिस प्रकार वे छुएँ गये थे।

आज हम यीषु को षारीरिकरूप से नहीं छू सकते, क्‍योंकि वो अब ऊपर उठे हैं, प्रभु पितामह के दाहिने हाथ पर बैठे है। परन्‍तु आप अभी भी यीषु को विष्‍वास के द्वारा छू सकते हो। जब आप वो करते हो वे सामर्थ्य देगें जो आपकी आत्‍मा को अच्‍छा करेगा और आपको पाप से षुद्ध करेगा। यह “छूना” आध्‍यात्‍मिक है। जब आप यीषु को विष्‍वास के द्वारा छूते हो तब आप बचाये जाते हो। यीषुने उस स्‍त्री से बात की, उसके अच्‍छे हो जाने के बाद। उन्‍होंने कहा,

“पुत्री, तेरे विष्‍वास ने तुझे चंगा किया है, कुषल से जा, और अपनी इस बीमारी से बची रह” (मरकुस 5:34)।

यीषु को “छूने” का अर्थ वैसा ही है जैसे उनको देखना। स्‍त्री को उन्‍हें देखा था नहीं तो उसने उनको नहीं छुआ होता। हकीकत में उस स्‍त्री को उन पर विष्‍वास करना ही था नहीं तो वो उन्‍हें नहीं छूती। उसका यीषु मे विष्‍वास स्‍पश्ट हुआ जब उसने कहा,

“यदि मैं उसके वस्‍त्र ही को छू लूँ, तो चंगी हो जाऊँगी” (मरकुस 5:28)।

यीषु पर विष्‍वास करना उनके पास आने के समान है। हकीकत में, वो उन्‍हें नहीं छू सकती अगर वो उनके पास नहीं आती।

“वह यीषु की चर्चा सुनकर (वह) भीड़ में उसके पीछे से आई..” (मरकुस 5:27)।

उसको उन्‍हे छूने उनके पास आना ही था। क्‍या आज रात आप यीषु को छुओगे? क्‍या आप आज रात यीषु को देखोगे? क्‍या आज रात आप यीषु का विष्‍वास करोगे? क्‍या आप आज रात यीषु के पास आओगे?

मुझे याद है वो अद्‌भूत दिन जब यीषुने मुझे बचाया था। अचानक से, एक क्षण में, मैंने उन्‍हे छुआ, मैंने उनका विष्‍वास किया, मैं उनके पास आया। मैंने उनकी ओर देखा। यह सब हुआ एक ही क्षण में। यीषु मेरे लिये वहाँ थे। मैंने उन्‍हे देखा, उनका विष्‍वास किया, उन्‍हे छुआ, और विष्‍वास से उनके पास आया। उसी क्षण मे परिवर्तन का चमत्‍कार हुआ और मैं बचाया गया था! “चमत्‍कार हुआ।” इसे गाइये!

चमत्‍कार हुआ सितारों को जगह पर रखने,
   चमत्‍कार हुआ जगत को अवकाष मे टाँगने;
परन्‍तु जब उसने मेरी आत्‍मा को बचाया,
   षुद्ध किया और मुझे पूर्ण बनाया,
चमत्‍कार हुआ प्रेम और अनुग्रह का!

जब उस स्‍त्रीने यीषु को छुआ उन्‍होंने कहा,

“किसी ने मुझे छुआ है, क्‍योंकि मैंने जान लिया है कि मुझ में से सामर्थ्य निकली है” (लूका 8:46)।

“सामर्थ्य” (Virtue) के लिये जो ग्रीक षब्द अनुवाद किया गया है वो हे “डुनामीस” (Dunamis)I हमें अंग्रेजी षब्द मिलता है “तेज बारूद” (Dynamite) ग्रीक षब्द से। इसका अर्थ है “षक्‍ति” और “ताकत” (Power & Strength) (स्‍ट्रोन्ग)। प्रभु की षक्‍ति और ताकत यीषु में आगे आये और उस स्‍त्री को उन्‍होने संयुक्त किया जैसे ही उसने उनके पहिनावे को छुआ। स्‍पर्जनने कहा,

क्‍या आपने देखा नहीं कि जब उस स्‍त्रीकी अंगुलीयौंने मसीह के पहिनावे को छुआ वहाँ पर तुरन्त ही उन दोनो के बीच मिलाप स्‍थापित हुआ, जिससे दिव्य सामर्थ्य चमका था? मैं इसे वीजप्रवाह (Electricity) के द्वारा का (द्रश्‍टांत) अपने आप आपको सूचित करेंगे, परन्‍तु हकीकत यह है कि विष्‍वास मेल बनाता है पापी और मसीह के बीच, और इसके द्वारा अच्‍छा होने का सामर्थ्य हमारे पास आता है (सी.एच. स्‍पर्जन, “छूना” “The Touch”, ध मेट्रोपोलीटन टबरनेकल पुलपीट, पीलग्रीम प्रकाषन, 1973 में फिर से छपां हुआ, भाग 28, पृश्ठ. 45)।

जब आप अपने आपको मसीह के हाथों मे सोंपते हो वे आपको पाप से बचायेंगे। लुथर ने कहा, “मुझे मेरा जीवन बचाने का कोई काम नहीं। यीषु मसीह उद्धारक हैःं मैं मेरी आत्‍मा पूर्णरूप से उनके हाथों मे सोंपता हूँ।” जब आप यीषु के पास आते हो, आप उनका विष्‍वास करते हो, और उनपर आधारित होते हो, आप पाप से बचाये जाओगे एक ही क्षण के समय में!

(संदेश का अंत)
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धार्मिक प्रवचन से पहले डॉ. क्रेगटन एल. चान द्वारा पढा हुआ पवित्रशास्‍त्र : मरकुस 5:24-34।
धार्मिक प्रवचन के पहले श्रीमान बेन्‍जामिन किनकेड ग्रीफिथ द्वारा गाया हुआ गीत
‘‘चमत्‍कार हुआ’’ (जोन.डबल्‍यु. पीटरसन द्वारा, 1921- 2006)।


रूपरेखा

बचानेवाला छूना (स्‍पर्ष)

डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा

“वह यीषु की चर्चा सुनकर भीड़ में उसके पीछे से आई और उसके वस्‍त्र को छू लिया, क्‍योंकि वह कहती थी, यदि मैं उसके वस्‍त्र ही को छू लूँगी, तो चंगी हो जाऊँगी। और तुरन्त उसका लहू बहना बन्द हो गया, और उसने अपनी देह में जान लिया कि मैं उस बीमारी से अच्‍छा हो गई हूँ। और यीषु ने तुरन्त अपने में ज़ान लिया कि मुझ में से सामर्थ्य निकली है, और भीड़ में पीछे फिरकर पूछा, मेरा वस्‍त्र किसने छुआ? और उसके चेलों ने उससे कहा, तू देखता है कि भीड़ तुझ पर गिरी पड़ती है, और तू कहता कि किसने मुझे छुआ?” (मरकुस 5:27-31)।

I.    पहला, छूने (स्‍पर्ष) की विलक्षणता, लूका 8:45; मती 7:13-14;
मरकुस 9:48; प्रकाषितवाक्य 14:11।

II.    दूसरा, व्‍यक्‍ति जो छुआ गया था, यूहन्‍ना 3:17।

III.   तीसरा, जिस प्रकार वे छुएँ गये थे, मरकूस 5:34; 28:27, लूका 8:46।