Print Sermon

इस वेबसाईट का उद्देश्य संपूर्ण विश्व भर के पास्टर्स व प्रचारकों को, विशेषकर तीसरी दुनिया के पास्टर्स व प्रचारकों को नि:शुल्क हस्तलिखित संदेश और संदेश के विडियोज उपलब्ध करवाना है, जहां बहुत कम धर्मविज्ञान कॉलेज और बाइबल स्कूल्स हैं।

इन संदेशों की पांडुलिपियां प्रति माह २२१ देशों के १,५००,००० कंम्प्यूटर्स पर इस वेबसाइट पते पर www.sermonsfortheworld.com जाती हैं। सैकड़ों लोग इन्हें यू टयूब विडियो पर देखते हैं। किंतु वे जल्द ही यू टयूब छोड़ देते हैं क्योंकि विडियों संदेश हमारी वेबसाईट पर पहुंचाता है। यू टयूब लोगों को हमारी वेबसाईट पर पहुंचाता है। प्रति माह ये संदेश ४२ भाषाओं में अनुवादित होकर १२०,००० प्रति माह हजारों लोगों के कंप्यूटर्स पर पहुंचते हैं। उपलब्ध रहते हैं। पांडुलिपि संदेशों का कॉपीराईट नहीं है। आप उन्हें बिना अनुमति के भी उपयोग में ला सकते हैं। आप यहां क्लिक करके अपना मासिक दान हमें दे सकते हैं ताकि संपूर्ण विश्व में सुसमाचार प्रचार के इस महान कार्य में सहायता मिल सके।

जब कभी आप डॉ हायमर्स को लिखें तो अवश्य बतायें कि आप किस देश में रहते हैं। अन्यथा वह आप को उत्तर नहीं दे पायेंगे। डॉ हायमर्स का ईमेल है rlhymersjr@sbcglobal.net. .




सर्वदा जीवित याजक

THE EVER-LIVING PRIEST

डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा
by Dr. R. L. Hymers, Jr.

लोस एंजलिस के बप्‍तीस टबरनेकल में प्रभु के दिन की षाम,
12 सीतंबर, 2010 को दिया हुआ धार्मिक प्रवचन
A sermon preached at the Baptist Tabernacle of Los Angeles
Lord's Day Evening, September 12, 2010

“और वे तो बहुत बड़ी संख्‍या मे याजक बनते आए, इसका कारण यह था कि मृत्‍यु उन्‍हे रहने नहीं देती थीः पर वह युगानुयुग रहता है, इस कारण उसका याजक पद अटल है। इसलिये जो उसके द्वारा परमेष्‍वर के पास आते है, वह उनका पूरा पूरा उध्‍धार कर सकता है, क्‍योंकि वह उनके लिये विनंती करने को सर्वदा जीवित है” (इब्रानियों 7:23-25)।


पूराने नियमवाली के समय में वहाँ पर बहुत से याजक थे। परन्‍तु उनमें से कोई भी लंबे अरसे तक नहीं चला। जल्‍द ही उनमे से हर एक मर चूके थे। मसीह अकेले ही हमारे सदाकाल के महायाजक रहे है। मसीही अकेले का “याजक पद अटल है” (इब्रानियो 7:24)। वे मृत्‍यु से षारीरिकरूप से जिलाये गये। वे षारीरिकरूप से ऊपर स्‍वर्ग में गये। वे वहाँ स्‍वर्ग मे है, प्रभु के दाहीने हाथ पर, अपना याजक का काम करते हुअे, आपके लिये आजरात प्रार्थना करने!

आज यहाँ पर मसीह को हमारे महायाजक की तरह बहुत कम बताया गया है। चार्लस वेल्‍सी (1707 - 1788) द्वारा दी गई आधुनिक भजन गाथा मे इस विशय पर जो सिर्फ एक भजन मुझे मिलता है वो है “उठ! मेरे मन, उठ!” मुझे र्स्‍पजन की भजनगाथा से दो भजन लेने पडेंगे जो भूलाये गये है, और उसका संगीत बनाना है, या फिर हमारे पास इस सभा में गाने के लिए कुछ भी नहीं होगा। और अब बहुत कम धार्मिक प्रवचन इस विशय पर प्रचार करते है। हकीकत में वहाँ पर बहुत कम प्रचार है “यीषु मसीह स्‍वयं” (इफिसियो 2:20) कुछ दषको से। उनकी किताब, क्राइस्‍टलेस क्रीस्‍टानीटी, डो. माइकल होरटोन कहते है की ये हुआ क्‍योंकि “... यह मानते हुअे की सब लोग पहले से ही जानते है की यीषु ने क्‍या किया (और वे करते है और करते रहेंगे)...” (माइकल होरटोन, पीएच. डी., क्राइस्‍टलेस क्रीस्‍टानीटी, बेकर बुक्‍स, 2008, पृश्ठ. 250)।

स्‍वर्ग मे मसीह के निवेदन के काम पर छपे हुअे धार्मिक प्रवचनो मे से एक है स्‍पर्जन का “सर्वदा जीवित याजक” (ध मेट्रोपोलीटीन टबरनेकल पुलपीट, पीलग्राम प्रकाषन, 1974 मे फिर से छपा हुआ, भाग ग्‍ग्‍ग्‍प्‍प्ए पृपृश्‍ठ. 415-426)। मै आपको इस विशय पर र्स्‍पजन के धार्मिक प्रवचन का संक्षिप्त और अटल अर्थ देता हूँ,

“और वे तो बहुत बडी संख्‍या मे याजक बनते आए, इसका कारण यह था कि मृत्‍यु उन्‍हे रहने नहीं देती थीः पर यह युगानुयुग रहता है, इस कारण उसका याजक पद अटल है। इसी लिये जो उसके द्वारा परमेष्‍वर के पास आते है, वह उनका पूरा उध्‍धार कर सकता है, क्‍योंकि वह उनके लिये विनंती करने को सर्वदा जीवित है” (इब्रानियो 7:23-25)।

यह विशय हमे मसीह के बारे में चार चीजे कहता है, सर्वदा जीवीत रहनेवाले मसीह के बारे में।

I. पहला, मसीह के पास अनंत जीवन है।

पद 23 और 24 जोर से पढ़ीये,

“और वे तो बहुत बडी संख्‍या मे याजक बनते आए, इसका कारण यह था कि मृत्‍यु उन्‍हे रहने नहीं देती थीः पर यह युगानुयुग रहता है, इस कारण उसका याजक पद अटल है” (इब्रानियो 7:23-24)।

मसीह युगानुयुग तक “अटल” याजक रहेगा, क्‍योंकि उसके पास अनंत जीवन है। यीषु महायाजक हारून या दूसरे याजक जो उनके पदचिन्‍हो पर चले पूराने नियमावली के समय मे ऐसे नही है। आखिरकार वे सब मर गये। हा, मैं जानता हूॅ की यीषु क्रूस पर मरे थे, परन्‍तु वे मृत्‍यु से षारीरिकरूप से उठे। पुनरूत्‍थान पाये मसीहने कहॉ,

“मैं मर गया था; और, अब देख, मैं युगानुयुग जीवता हूॅ” (प्रकाषितवाक्य 1:18)।

मसीह स्‍वर्ग से नीचे आये और उन्‍होने मनुश्‍य षरीर धारण किया, जिस में वे मरे हमारे पापों को चूकाने। परन्‍तु तीसरे दिन वे वही मनुश्‍य षरीर मे उठे, और, उसी षरीर में, वे वहाँ उपर स्‍वर्ग में ले जाये गये जहॉ, “वे सर्वदा जीवित है” (इब्रानियों 7:25)। मरते हुअे तारणहार काफी नहीं थे। हमें अभी भी जीवित तारणहार चाहीये हमारी परवाह करने और दुश्‍टात्‍मा से बचाने। हमें यह सच याद रखना चाहीये जब भी जींदगी कठीन लगने लगे। यीषु जीवित है। मेरे श्रेश्‍ठ बचानेवाले जीवित है मेरे लिये-अपनी पूरी ताकत और भव्‍यता मे जी रहे है-और उनका जीवन मेरे मन को हर दुश्‍टतासे बचाने के लिये समर्पित कर दिया है। क्‍या मैं उनपर निर्भर नही रह सकता? ऐसे सदाजीवित रहनेवाले तारणहार के साथ, मैं क्‍युं डरुं? मैं सुरक्षित हुँ क्‍योंकि उसने कितने उत्‍साह से अपना जीवन मेरी रक्षा के लिये समर्पित किया है। उनके लीये क्‍या आषीर्वाद आने चाहिये जिनके लिये यीषु ने अपने अनंत जीवन की ताकत लगा दी!

जागो, मधुर कृतज्ञता, और गाइये
   उपर उठे हुअे तारणहार का प्रेम;
बताइये कैसे वे जी रहे है उठाने
   उनके लोगों का कारण उपर।
(“मसीह के निवेदन” अगस्‍तस टोपलेडी, 1771,
    द्वारा; “ओ सेट ये ओपन अनटु मी” की तर्ज पर)।

इसे गाइये!

जागो, मधुर कृतज्ञता, और गाइये
   उपर उठे हुअे तारणहार का प्रेम;
बताइये कैसे वे जी रहे है उठाने
   उनके लोगों का कारण उपर।

II. दूसरा, मसीह का याजकपद अटल है।

पद 24 जोर से पढ़ीये।

“पर यह युगानुयुग रहता है, इस कारण उसका याजक पद अटल है” (इब्रानियो 7:24)।

जैसे हम देख चूके है, इस्‍त्राएल मे महायाजक थे जो मरेंगे। वे बहुत उदास हुअे होंगे जब उनमें से एक भी याजक मरा होगा। परन्‍तु मसीही व्‍यवस्‍था मे हमारे पास सिर्फ एक ही याजक है, जो सर्वदा जीवित रहता है। इसलिये, भाइयों, हमे धरती के याजक की जरूरत नही है, इग्‍लेंड के कलीसिया मे, या रोम के कलीसिया में, या पूर्वीय सत्‍यधर्मावलंबी कलीसिया में- या कोई भी दूसरे किसी कलीसिया मे! हमे जो याजक की जरूरत है वो है यीषु!

“हमारा ऐसा महायाजक है, जो स्‍वर्ग पर महामहिमन्‌ के सिंहासन के दाहिने जा बैठा है” (इब्रानियो 8:1)।

“उन महायाजको के समान उसे आवष्‍यक नहीं कि प्रतिदिन पहले अपने पापो... क्‍योंकि उसने अपने आप को बलिदान चढाकर उसे एक ही बार मे पूरा कर दिया” (इब्रानियो 7:27)।

हमे इसाइयो के धर्म संबंधी बिना लहू के बलिदान की जरूरत नही है, मनुश्‍यो के बनाये हुअे याजक के साथ “बलिदान देने के लिये”। “क्‍योंकि ये (मसीह) ने एकबार किया,” जब वे हमारे लिये क्रूस पर मेरे! पतरस खुदने कहॉ, “मसीह ने भी पापों के कारण एक बार दुःख उठाया था” (1 पतरस 3:18)। अब ज्‍यादा बलिदान की जरूरत नहीं है! मसीह “अेकबार पापो के लिये दुःख उठा चूकें है”!

एक बार सदा के लिये, ओ पापी इसे स्वीकार कर;
एक बार सदा के लिये, ओ भाई इसे मानीये;
मसीह के पास आईये, बोझ गिर जाएगा,
उसने हमे सदा के लिये बचा लिया।
(“एक बार सदा के लिये” फिलीप पी. ब्लीस,
   1838-1876 द्वारा; याजक द्वारा ठीक किया गया)।

III. तीसरा, मसीह निरंतर निवेदन करते है।

पद पच्चीस के आखरी षब्दो पर ध्यान दिजीये, “...वह उनके लिये विनती करने को सर्वदा जीवित है” (इब्रानियो 7:25)। यीषु ने कहॉ, “मैं केवल इन्हीं के लिये विनती नहीं करता, परन्तु उनके लिये भी जो इनके वचन के द्वारा मुझ पर विष्वास करेंगे” (यूहन्ना 17:20)। प्रेरितो पौलुसने कहाँ,

“मसीह ही है, जो मर गया वरन् मुर्दो मे से जी भी उठा, और परमेष्वर के दाहिनी ओर है, और हमारे लिये निवेदन भी करता है” (रोमियों 8:38)।

“वह (हमारे) लिये विनती करने को सर्वदा जीवित है” (इब्रानियो 7:25)।

मसीह सर्वदा हमारे लिये प्रार्थना करते है। स्पर्जनने कहॉ, “हमे मसीह की मृत्यु द्वारा माफी मीली है, परन्तु उनके पुनरूत्थान हमे धर्मी ठहराया। हम बचाये गये क्योंकि वे मर गये; परन्तु वो मुक्ति घर लायी गई और हमे सुरक्षित किया क्योंकि वे प्रभुके दाहिने हाथ पर बैठे है, और हमारे लीये सदा निवेदन करते है” (पइपकण्)।

“कमजोरी और हमारे स्वभाव के पापो से सदा बचाव की हमारी आषा कहॉ होती अगर यीषु हमारे लिये प्रार्थना नहीं करते? राह खराब है, संसार पापो से भरा है,हमारे परिभ्रमण बहुत है, हमारी मांगे सतत है, और इसलिये सदा जरूरत है (उनकी) प्रार्थना की; हम कमजोरी और मूर्खता से ऊपर कभी भी नहीं है, और इसलिये जरूरत है (उनकी) निरंतर (प्रार्थना)... भाइयो, हम रोज दबाये जाते है, या तो स्वाभाविक पापो की विरूध्धता के साथ या षरीर मे तडप से ... और इन सब के लिये हमे मदद चाहिये पवित्र जगह (से) मे से ... हमे जरूरत है (निवेदनकार) जिनके कदमों मे षायद हम हमारे बोझ रख सके, जिनके कानो मे षायद हमारे दर्द कह सकेः इसलिये यीषु हमारे लिये विनती करने को सर्वदा जीवित है” (पइपकण्)।

अबसे, फिर, हमारे अंधेरे निराषाजनक विचार,
हमारे डर के उपर, हमारे दोशो के उपर,
उनके षक्तिषाली निवेदन उठते है;
और गुनाह कम होते है और आतंक मरते है।
(“उनका षक्तिषाली निवेदन” एने स्टीले द्वारा, 1760;
    “मैं जैसा भी हुँ” की तर्ज पर)।

ये मेरे साथ गाइये!

अबसे, फिर, हमारे अंधेरे निराषाजनक विचार,
हमारे डर के उपर, हमारे दोशो के उपर,
उनके षक्तिषाली निवेदन उठते है;
और गुनाह कम होते है और आतंक मरते है।

“वे सदा उपर रहते है, मेरे लिये निवेदन करने”। वेस्ली का अंतरा गाइये!

“वे सदा उपर रहते है,
   मेरे लिये निवेदन करने;
उनका बचानेवाला सारा प्रेम,
   उनका बहुमूल्य लहू प्रार्थना करने;
उनका लहू हमारे सारे कुल के प्रायष्चित के लिये,
   और अब कृपा का तख्त छिडकते है,
और अब कृपा का तख्त छिडकते है।
    (“उठ! मेरे मन, उठ!” चार्ल्स वेस्ली, 1707-1788 द्वारा)।

प्टण् चौथा, मसीह अनंत मुक्ति देते है।

पद 25 जोरसे पढ़ीये।

“इसीलिये जो उसके द्वारा परमेष्वर के पास आते है वह उनका पूरा पूरा उध्धार कर सकता है, क्योंकि वह उनके लिये विनती करने को सर्वदा जीवित है” (इब्रानियो 7:25)।

“वो जो उसके द्वारा परमेष्वर के पास आते है वह उनका पूरा पूरा उध्धर कर सकता है”। स्पर्जनने कहॉ, “वे बचा सकते है बिना अंत के (क्योंकि) वो षब्द “पूरा पूरा” उसमे समय के संदर्भ को भी मिला देता है। क्योंकि हमारे प्रभु यीषु कभी मरते नही, वे अनंतता तक बचाने के समर्थ है। उनकी बचाने की षक्ति हमेषा रहती है। वो आप मे से कुछ लोगो को बचाने के समर्थ थे ... सालों पहले, परन्तु आप षायद उनके पास नही आओगे की षायद आपके पास जीवन हो; वो आपको अभी भी बचाने के समर्थ है आप गुजर चूके हो फिर भी... सालों तक बिना प्रायष्चित कीये। अगर आप परमेष्वर के पास आते हो उनके द्वारा, वो आपको बचायेंगे चाहे आपके पाप जितने भी हो।” (पइपकण्)।

हर वो व्यक्ति जो यीषु के पास आते है उनको ये वादा है खुद तारणहार के मुख से,

“मैं उन्हें अनंत जीवन देता हूँ; और वे कभी नश्ट न होगी, और कोई उन्हें मेरे हाथ से छीन न लेगा। मेरा पिता, जिसने उन्हें मुझ को दिया है, सबसे बड़ा है; और कोई उन्हें पिता के हाथ से छीन नहीं सकता” (यूहन्ना 10:28-29)।

हर एक जो यीषु द्वारा परमेष्वर के पास आता है उसे अनंत जीवन मिलता है, और कभी भी नश्ट नही हो सकता, क्योंकि प्रभु के पुत्र “उनके लिये विनती करने को सर्वदा जीवित है”!

“क्योंकि मै निष्चय जानता हूँ कि न मृत्यु, न जीवन, न स्वर्गदूत, न प्रधानताएँ, न वर्तमान, न भविश्य, न सामर्थ्य, न ऊँचाई, न गहराई, ओर कोई और सृश्टि हमे परमेष्वर के प्रेम से जो हमारे प्रभु मसीह यीषु में है, अलग कर सकेगी” (रोमियों 8:38-39)।

हम कैसे प्रार्थना करे की आप यीषु के पास आओगे। आप कब उनके पास आयेंगे, वे आपको सदा के लिये बचायेंगे- “परम अंत तक”- सारे समय के लिये, और पूरी अनंतता के लिये! महेरबानी करके खड़े रहीये और आपके गीतो के पर्चेका छठ़ा भजन गाइये।

जागो, मधुर कृतज्ञता, और गाइये
उपर उठे हुए तारणहार का प्रेम;
बताइये कैसे वे जी रहे है उठाने
उनके लागो का कारण उपर।

उसने बहस करते आसुँओ के साथ प्रस्ताव किया
नीचे उनका नम्र बोलना;
परन्तु अधिकार से वे प्रार्थना करते है
भव्यता मे राज सिंहासन पर बैठना।

उस सब के लिये जो उनके द्वारा प्रभु के पास आते है
मुक्ति जो वो मांगते है;
प्रभुकी खुद की किताब मे उनके नाम बताने,
और उनके जख्मी हाथ फैलाते है।

अनंत जीवन, उनके निवेदन पर,
हर संतो को दिया गया है;
ताकत इस धरती पर, और मृत्यु के बाद
स्वर्ग का परमानंद।
(“मसीह का निवेदन” अगस्तस टोपलेडी, 1771, द्वारा; याजक द्वारा ठीक किया हुआ; “ओ सेट ये ओपन अनटु भी” की तर्ज पर)।

(संदेश का अंत)
आप डॉ0हिमर्स के संदेश प्रत्येक सप्ताह इंटरनेट पर पढ़ सकते हैं क्लिक करें
www.realconversion.com अथवा www.rlhsermons.com
क्लिक करें ‘‘हस्तलिखित संदेश पर।

आप डॉ0हिमर्स को अंग्रेजी में ई-मेल भी भेज सकते हैं - rlhymersjr@sbcglobal.net
अथवा आप उन्हें इस पते पर पत्र डाल सकते हैं पी. ओ.बॉक्स 15308,लॉस ऐंजेल्स,केलीफोर्निया 90015
या उन्हें दूरभाष कर सकते हैं (818)352-0452

ये संदेश कॉपी राईट नहीं है। आप उन्हें िबना डॉ0हिमर्स की अनुमति के भी उपयोग में ला सकते
 हैं। यद्यपि, डॉ0हिमर्स के समस्त वीडियो संदेश कॉपीराइट हैं एवं केवल अनुमति लेकर
ही उपयोग में लाये जा सकते हैं।

धार्मिक प्रवचन के पहले डो. क्रेगटन एल.चान द्वारा पढ़ा हुआ पवित्रषास्‍त्रः इब्रानियों 7:23-28।
धार्मिक प्रवचन के पहले श्रीमान बेन्‍जामिन कीनकेड ग्रिफिथ द्वारा गाया हुआ गीत :
“उनके षक्‍तिषाली निवेदन” (एने स्‍टीले द्वारा, 1760;
“मैं जैसा भी हूॅ” की तर्ज पर)।


रूपरेखा

सर्वदा जीवित याजक

डो. आर. एल. हायमर्स, जुनि. द्वारा

“और वे तो बहुत बड़ी संख्‍या मे याजक बनते आए, इसका कारण यह था कि मृत्‍यु उन्‍हे रहने नहीं देती थी; पर यह युगानुयुग रहता है, इस कारण उसका याजक पद अटल है। इसीलिये जो उसके द्वारा परमेष्‍वर के पास आते हैं, वह उनका पूरा पूरा उध्‍धार कर सकता है, क्‍योंकि वह उनके लिये विनती करने को सर्वदा जीवित है” (इब्रानियो 7:23-25)।

(इब्रानियो 2:20)

प्‍ण् पहला,   मसीह के पास अनंत जीवन है, इब्रानियो 7:23-24; प्रकाषितवाक्य 1:18।

प्‍प्‍ण् दूसरा,   मसीह का याजकपद अटल है। इब्रानियो 7:24; 8:1; 7:27;
1 पतरस 3:18।

प्‍प्‍प्‍ण् तीसरा,   मसीह निरंतर निवेदन करते है। इब्रानियो 7:25;
यूहन्‍ना 17:20; रोमियो 8:34।

प्‍टण् चौथा,   मसीह अनंत मुक्‍ति देते है। इब्रानियो 7:25;
यूहन्‍ना 10:28-29; ररोमियो 8:38-39।