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बुध्धिमान मनुश्य लोगों के मन को मोह लेता है

HE THAT WINNETH SOULS IS WISE

डो.आर.एल हायमर्स, जुनि द्वारा
by Dr. R. L. Hymers, Jr.

लोस एंजलिस के बप्तीस टबरनेकल मे प्रभु के दिन की षाम,
28 अगस्त, 2010 को दिया गया धार्मिक प्रवचन
A sermon preached at the Baptist Tabernacle of Los Angeles
Saturday Evening, August 28, 2010

“बुध्धिमान मनुश्य लोगों के मन को मोह लेता है” (नीतिवचन 11:30)


यह हमारा आज रात का बातचीत का विशय है। यह नीतिवचन 11:30 के समांतर इब्रानियो का दूसरा अर्धाषं है। महेरबानी करके इसे जोर से पढ़ीये “बुध्धिमान मनुश्य लोगों के मन को मोह लेता है”। मै आपको डो. जोन आर. राइस के इस विशय के श्रेश्ठ धार्मिक प्रवचन का संक्षिप्त वर्णन देता हूूँ (जोन आर.राइस., डी.डी. “बुध्धिमान मनुश्य लोगों के मन को मोह लेता है”, घ बाइबल गार्डन, मे, स्वोर्ड ओफ घ लोर्ड प्रकाषन, 1982 की प्रत, पृ. पृश्ठ. 333-335; पूरा पद देखिये घ सोल वीनरस फायर डो. राइस द्वारा, स्वोर्ड आफ घ लोर्ड प्रकाशक, एन.डी., पृ.पृश्ठ 9-22)।

वो बुध्धिमान व्यक्ति है जो दूर तक देखता है-जो भविश्य के बारे मे सोचता है। अब्राहम बुध्धिमान था और लूत मूर्ख था। याकूब बुध्धिमान था और अेसाव मूर्ख था। मैं हर दिन देखता हूॅ लोग मूर्खता से छोटी दृश्टि से देखते है- और आजके लिये जीते है- भविश्य के लिये सिर्फ थोडी सी सोचके साथ। दुनिया मे श्रेष्ठ चतुराई बैंक के अध्यक्ष, राजनितिज्ञ, पढानेवाले (शिक्षक), या करोडपति द्वारा नहीं दिखाया जाता है। दुनिया मे श्रेश्ठ चतुराई दिखाई जाती है सच्चे मन की जीत द्वारा। तारणहार स्वयं सूचित करते है की अेक मन सारे संसार के बराबर है (मरकुस 8:36-37)।

वहाँ पर कुछ चीजे है जो हमें मदद करती है जीते हुअे मन का मूल्य देखने के लिये। मैं चाहता हूँ की आप देखे क्यों मन का जीतना महत्वपूर्ण है, क्यो ये सच है “बुध्धिमान मनुश्य लोगों के मन को मोह लेता है”।

I. पहला, नर्क की सच्चाई का द्रश्य देखने मे।

सारे संसार मे सबसे भयानक हकीकत है नर्क की सच्चाई। नर्क की षिक्षा का बाइबल में मुख्य स्थान है। यीषु ने खुदने नर्क की सच्चाई के बारे मे बार बार बात की है। बाइबल सिखाता है की नर्क की जगह निष्चिंत है जैसे लूका 16:19-31 और प्रकाषितवाक्य 20:10-15 मे।

वहाँ पर बहुत से कार्यक्रम और काम है कलीसिया मे लोगो को मदद करने, परन्तु कुछ भी मन को जीतने के महत्व के जीतना नजदीक नहीं आता है, क्योंकि सिर्फ मन का जीतना ही पापीयों को अनन्त आग की ज्याला की तडपसे बाहर रख सकता है।

कोई ताज्जुब नही है की उदार और विशयी इसाई धर्म संबंधी पुस्तक मनको जीतनेके लिये समय नही बिताते, जबकी वे बाइबल को भी नही मानते या उसे गंभीरता से नहीं लेते। उन्हे पूरी इच्छा भी नही होती मनको जीतने की, क्योंकि वे नर्क के बारेमे बाइबल मे जो कहॉ है उसे गंभीरता से नही लेते।

“बुध्धिमान मनुश्य लोगों के मन को मोह लेता है” (नीतिवचन 11:30)।

और सिर्फ “बुध्धिमान मनुश्य लोगों के मन को मोह लेता है”!

II. दूसरा, इस दुनिया की निराषा और दुर्भाग्य देखने में।

घर निश्फल हुअे है। यह साबित हुआ है हमेंषा-बढ़ते हुअे तलाक के दर से। षालायें निश्फल हुई है। कारावास युवा लोगो से भरे हुअे है, इस निश्फलता को साबित करते हुअे। सरकार निश्फल हुई है। राश्ट्रपतिने “बदलाव” की शपथ ली थी - परन्तु हम कोई भी बदलाव नहीं देख सकते जो युवा लोग और दूसरो को मदद कर सके। हर जगह लोग उदास है और षीकान्त में रहते है। यीषु मसीह का सुसमाचार ही सिर्फ रास्ता है लोगो को परमेष्वर के साथ मिलाकर षांति पाने और भविश्य की आषा के लिये। यहॉ पर मनको जीतने के लिये पक्की दलील है। मनकी षांति, सच्चा विश्राम थकानेवाले और भारी बोझ के लिये, सिर्फ यीशु मसीह में ही मिल सकता है! वो जो बुध्धिमान है वो यीशु के लिए मन को जीतते है, जिसने कहाँ, “हेे सब परिश्रम करनेवालों और बोझ से दबे हुए लोगो, मेरे पास आओ; मैं तुम्हे विश्राम दूंगा” (मती 11:28)। यह अच्छा कारण है मन को जीतने के लिये, और सबूत की “बुध्धिमान मनुश्य लोगों के मन को मोह लेता है”।

III. तिसरा, मसीह की तडप को देखने में।

कितना महत्वपूर्ण कारण है मनको जीतने का! षायद मन को जितने के सभी कारणे मे ये सबसे विवष करनेवाला है-मसीह की तडप साबित करती है की मन के लिये अनन्तता जरूरी है।

वो जो बाइबल मे मानते है उसे यीषु की तडप से देखना ही चाहिये कितनी श्रेश्ठतासे उसने खाये हुए मन मूल्य किया। वो जो रोमी सिपाहीयोंसे यातना दिये गये, पीठ पर मारे गये, और पापो की किंमत चूकाने क्रूस पर मर गये, ताकि बहुत सारे मन को परमेष्वर के क्रोध से बचा सके।

मसीह की मृत्यु मन का मुल्य साबित करती है। अगर आपको यीषु के जैसा बनना है, आपको मन को जीतना जरूरी है, क्योंकि वो उनकी उच्चतम उत्कंण्डा थी। उन्होने कहा,

“मनुश्य का पुत्र खांेए हुओं को ढूँढने और उनका उध्धार करने आया है” (लूका 19:10)।

प्रेरितो पतरसने कहाँ की मसीहने “तुम्हे एक आदर्ष दे गया है कि तुम भी उसके पद-चिन्हों पर चलो” छोडा। यीषु आये “खोए हुओ को ढूँढने और उपका उघ्धार करने” है। कोई बात नहीं की हमे मनको जितने कितना भी सहन करना पडे हम प्रमाणीकतासे नही कह सकते की हम मसीह के पद-चिन्हो पर चलते है जब तक हम मन को जीतने को सर्वोत्तम प्राधान्य नही देते जैसे उन्होने किये बडी किंमत और तडप पर। ये बुध्धिमति है मसीह के द्रश्टांत को कोइ भी किंमत पर मानना। उनका मुख्य व्यापार था मन को जीतना।

“मसीह यीषु पापियो का उध्धार करने के लिये जगत मे आया” (1 तीमुथियुस 1:15)।

जब वो मसीह का मुख्य ध्येय था, वो हमारा भी मुख्य ध्येय होना चाहिये।

“बुध्धिमान मनुश्य लोगों के मन को मोह लेता है” (नीतिवचन 11:30) ।

IV. चौथा, स्वर्ग की षोभा के दृष्य में।

मन को जीतनेवाले को इस जीवनमे बहुत से पुरस्कार मिलते है, जैसे पवित्र आत्मा की प्रत्यक्ष हाजरी और प्रार्थना का उत्तर। परन्तु मनको जीतने वाले का पुरस्कार भी अनन्त है,

“और तब सिखानेवालों की चमक आकाषमण्डल की सी होगी; और जो बहुतो को धर्मी बनाते है, वे सर्वदा तारों के समान प्रकाषमान रहेंगे” (दानिय्येल 12:3)।

लंबी द्रश्टि कीजीये! उस पुरस्कार के बारे मे सोचीये जो आप को मिलेगा अनन्तता मे जीते हुअे मनके लिये।

जो मनुश्य रात और दिन काम करता है जब तक उसकी जवानी चलती है भविश्य के लिये कमाने मे, षायद जाग उठे उसके भविश्य को ढुँढने जो रातभर मे चला गया है। अगर वो उसे अपने सूखे हाथो की पकड मे पकडे रखता है फिर भी, अंत में मृत्यु उसे खींचकर ले जायेगी, और उसकी संपत्ति उसकी थरथराती ऊँगलीयोसे फिसल जायेगी। इंसान अपनी संपत्ति अपनी कब्र मे नही ले जाता!

संसारकी प्रसिध्धि जीतना मुष्किल है और खो देना आसान। उनके चुनाव के दूसरे दौर मे, राश्ट्रपति नीकसन जीते सबसे ज्यादा मतोसे जो राश्ट्रने कभी नहीं देखा होगा। परन्तु कुछ महीनो बाद वे अपने कार्यालयसे बाहर फेंके गये थे अपने दुष्मनो द्वारा, और कई सालो के लिये वास्तविकरूप से बहिश्कार किया गया था। इस संसार मे प्रसिध्धि कमाना मुष्किल है और खो देना आसान।

लंबी द्रष्टिी किजीये! डो. राइस, अपने एक खूबसूरत गाने में, कहॉ,

संसार का खजाना, ओह, कितना निरर्थक और कितना अस्थीर है ;
   वे घुंघ के जैसे गायब होते है और पत्त्तो के जैसे सूख जाते है ;
परन्तु मन जो हमारे आसुँ और हमारी दलीलो से जीता गया है
   वो वहाँ रहेगा हमारी प्राप्ति के लिये।
पुनः जन्म की किंमत, मन जीतने की किंमत
   वो फिर से अदा की जायेगी वहॉ प्राप्ति के समय!
(“पुनःजन्म की किंमत” डो. जोन आर. राईस द्वारा, 1895-1980;
    आखरी दो पंक्तिया याजक द्वार ठीक की गई)।

“बुध्धिमान मनुश्य लोगों के मन को मोह लेता है”। (नीतिवचन 11:30)

यहॉ कविता है डो. ओसवाल्ड जे स्मीथ द्वारा, जो हम गाते है “और क्या ये होगा?” चार्ल्स वेस्ली द्वारा की तर्ज पर। ये आपके गीत के पर्चे पर आखरी गाना है। महेरबानी करके खडे रहीये और इसे गाइये।

हमें घंटे के लिये सांकेतिक षब्द दिजीये, रोमांचकारी षब्द, षक्ति का षब्द,
लडाई पुकारती है, घडकती सांसे जो बुलाती है जीत या मृत्यु को।
षब्द जो कलीसिया को दूसरों से उँचा उठायेगा, प्रभु की मजबुत वीनंती पर ध्यान देने।
बुलावा दिया गया है, आप यजमान, उठीये, हमारा सांकेतिक षब्द है, धर्मप्रचार करें!

भव्य सुसमाचार अब घोशित हुआ, पूरी धरती के द्वारा, यीषु के नाम में;
यह षब्द आसमानसे गुंजता हैः धर्मप्रचार! धर्मप्रचार!
मरते हुअे मनुश्य को, गिरि हुई जाति, सुसमाचार कृपा की भेंट को प्रचलित कीजीये;
संसार जो अभी अंधेंरेमे है; धर्मप्रचार करे! धर्मप्रचार करे!
    (“धर्मप्रचार करे! धर्मप्रचार करे! डो. ओसवाल्ड जे स्मीथ के षब्दो द्वारा,        1889-1986; “और क्या ये होगा?” की तर्ज पर चार्ल्स वेस्ली द्वारा, 1707-1788)।

(संदेश का अंत)
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रूपरेखा

बुध्धिमान मनुश्य लोगों के मन को मोह लेता है

डो.आर.एल हायमर्स, जुनि द्वारा

“बुध्धिमान मनुश्य लोगों के मन को मोह लेता है” (नीतिवचन 11:30)

(मरकुस 8:36-37)

I.    पहला, नर्क की सच्चाई का दृष्य देखने मे, लूका 16:19-31;
प्रकाषित वाक्य 20:10-15।

II.   दूसरा, इस दुनिया की निराषा और दुर्भाग्य देखने में, मती 11: 28।

III.  तिसरा, मसीहकी तडप को देखने में, लूका 19:10; 1 पतरस 2:21;
1 तीमुथियुस 1:15।

IV.  चौथा, स्वर्ग की षोभा के दृष्य में, दानिय्येल 12:3।