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अनजाने ईष्वर

THE UNKNOWN GOD
(चीन के मध्य षरदऋतु त्योहार में दिया हुआ धार्मिक प्रवचन)
(A SERMON GIVEN AT THE CHINESE MID-AUTUMN FESTIVAL)
(Hindi)

डो. आर. एल. हायर्मस, जुनि. द्वारा
by Dr. R. L. Hymers, Jr.

लोस एंजलिस के बप्तीस टबरनेकल में षनिवार षाम, 29 सीतंबर, 2012 को दिया हुआ धार्मिक प्रवचन
A sermon preached at the Baptist Tabernacle of Los Angeles
Saturday Evening, September 29, 2012


चलिए साथ मिलकर खड़े रहते है। अब आज रात मैं चाहता हूँ आप प्रेरितो की किताब के 17 वे पाठ पर फिरे, पद बाइस से षुरू करते हुए। यह स्कोफिल्ड स्टडी बाइबल के पृश्ठ 1173 पर है।

‘‘तब पौलुस ने अरियुपगुस के बीच में खड़े होकर कहा, हे एथेंस के लोगो, मैं देखता हूँ कि तुम हर बात में देवताओं के बड़े माननेवाले हो। क्योंकि मैं फिरते हुए जब तुम्हारी पूजने की वस्तुओं को देख रहा था, तो एक ऐसी वेदी भी पाई, जिस पर लिखा था, अनजाने ईष्वर के लिये। इसलिये जिसे तुम बिना जाने पूजते हो, मैं तुम्हें उसका समाचार सुनाता हूँ। जिस परमेष्वर ने पृथ्वी और उसकी सब वस्तुओं को बनाया, वह स्वर्ग और पृथ्वी का स्वामी होकर, हाथ के बनाए हुए मन्दिरों में नहीं रहता, न किसी वस्तु की आवष्यकता के कारण मनुश्यों के हाथों की सेवा लेता है, क्योंकि वह स्वयं ही सब को जीवन और ष्वास और सब कुछ देता है। उसने एक ही मूल से मनुश्यों की सब जातियाँ सारी पृथ्वी पर रहने के लिये बनाई है, और उनके ठहराए हुए समय और निवास की सीमाओं को इसलिये बाँधा है, कि वे परमेष्वर को ढूँढे, कदाचित उसे टटोलकर पाएँ, तौभी वह हम में से किसी से दूर नहीं। क्योंकि हम उसी में जीवित रहते, और चलते-फिरते, और स्थिर रहते है, जैसा तुम्हारे कितने कवियों ने भी कहा है, हम तो उसी के वंषज है। अतः परमेष्वर का वंष होकर हमें यह समझना उचित नहीं कि ईष्वरत्व सोने या रूपे या पत्थर के समान है, जो मनुश्य की कारीगरी और कल्पना से गढ़े गए हो। इसलिये परमेष्वर ने अज्ञानता के समयों पर ध्यान नहीं दिया, पर अब हर जगह सब मनुश्यों को मन फिराने की आज्ञा देता है। क्योंकि उसने एक दिन ठहराया है, जिसमें वह उस मनुश्य के द्वारा धर्म से जगत का न्याय करेगा, जिसे उसने ठहराया है, और उसे मरे हुओं में से जिलाकर यह बात सब पर प्रमाणित कर दी है। मरे हुओं के पुनरूत्थान की बात सुनकर कुछ तो ठट्टा करने लगे और कुछ ने कहा यह बात हम तुझ से फिर कभी सुनेंगे। इस पर पौलुस उनके बीच में से निकल गया। परन्तु कुछ मनुश्य उसके साथ मिल गए और विष्वास किया, जिनमें दियुनुसियुस जो अरियुपगुस का सदस्य था और दमरिस नामक एक स्त्री थी और उनके साथ और भी लोग थे’’ (प्रेरितो 17:22-34)।

आप बैठ सकते हो।

प्रेरितो पौलुस ग्रीस में एथेंस गये। एथेंस प्राचीन संसार का मानसिक बुद्धि संबंधी केन्द्र था। यह नगर था एरीस्टोटल, प्लुटो, और सोक्रेटीस का। पौलुस ने एंथेस में टहल लगायी। वो मार्स पर्वत (अरियुपगुस) पर आया। मेरी पत्नी और हमारे लड़के वहाँ दो वर्श पहले आये थे, इस्त्राएल की ओर के सफर से। मार्स पर्वत सेकड़ो प्रतिमाओं से भरा था। उस दिन के तत्वज्ञानी वहाँ इकट्ठा हुए थे। इन सब प्रतिमाओं के बीच में, पौलुस को एक वेदी मिली, एक षिलालेख के साथ, उस पर जो पढ़ सकते थे, ‘‘अनजाने ईष्वर को’’। उनके पास बहुत सी प्रतिमाएँ और बहुत परमेष्वर थे, परन्तु किसी तरह वे उनके मन में जानते थे कि वहाँ प्रभु थे जिसे वे नहीं जानते थे। भीड़ जमा हुई थी और पौलुसने प्रचार करना षुरू किया। उसने कहा, ‘‘मैंने एक ऐसी वेदी भी पाई जिस पर लिखा था, अनजाने ईष्वर के लिये ... मैं तुम्हें उसका समाचार सुनाता हूँ’’ (प्रेरितो 17:23)।

आज रात हम यहाँ है चीन के मध्य षरदऋतु उत्सव के विषिश्ट भोज की मेजबानी के लिये। कुछ अमरीका के लोग इसे मून केक फेस्टीवल (Moon Cake Festival) कहते है। चीन के केलेन्डर पर मीड-ओटम् फेस्टीवल (मध्य-षरदऋतु उत्सव) महत्वपूर्ण छुट्टी है। यह छुट्टी है जो कुछ हद तक एषिया के संसार में मनायी जाती है - कोरिया में, जपान में, (जब तक उनका केलेन्डर बदला था 1883 में), इन्डोनेषिया में, फिलिपीन्स, लाओस, थाइलेन्ड, कम्बोडीया, वियेतनाम, म्यानमार, ताईवान, सींगापुर, और एषिया के दूसरे भागों में। यह होता है सोलार केलेन्डर के षरदऋतु सम्पात (equinox) के समय पर, जब चंद्र अपनी पूरी गोलाई पर होता है।

डो. जेम्स लेग्गे (1815-1897) अॉक्सफर्ड विष्वविद्यालय में चीनी भाशा और साहित्य के प्राध्यापक थे। डो. लेग्गे के अनुसार, प्राचीन चीन चंद्र की पूजा नहीं करता था। उन्होंने कहा कि मूलरूप से चीन के लोग एक प्रभु की पूजा करते थे, जिसे उन्होंने कहा षेन्ग टी (Shang Ti) (स्वर्ग का राजा)। डो. लेग्गे ने ‘‘केनन’’ षन राजा (Emperor Shun) से कथन किया, जिसका साम्राज्य 2207 बी.सी. में खत्म हुआ था। ‘‘षन के केनन’’ ने कहा, ‘‘‘उसने विषेश रूप से समर्पण किया, परंतु सरल तरीकों से, षेन्ग टी’ को, वो है ... परमेष्वर को’’ (जेम्स लेग्गे, पीएच.डी., ध रीलीजन्स अॉफ चायना, चीन के धर्म, होड्डर और स्टाउग्टन, 1880, पृपृश्ठ 24-25)। प्राचीन समय में चीन और दूसरे एषियाई लोगों ने सिर्फ एक प्रभु की पूजा की, षेन्ग टी, स्वर्ग का राजा। वो 1500 से ज्यादा वर्श पहले से कोन्फयुसीयस (Confucius) (551-479 बी.सी.) और बुध्धा (563-483 बी.सी.) जन्मे थे। बुध्ध धर्म के चीन आने से सदी पहले, लोग अद्वेतवादी (monotheists) थे। वे सिर्फ एक परमेष्वर में विष्वास करते थे। सदीयों बाद अधिक आत्माएँ जोड़ी गई और पूजा की गयी। परन्तु फिर भी षेन्ग टी प्राचीन चीन की संस्कृति के सर्वश्रेश्ठ परमेष्वर रहे। परन्तु क्रमषः एषिया के लोग षेन्ग टी, स्वर्ग के राजा के बारे में भूल गये। वे दूसरे प्रभुओं की पूजा करने लगे और उनके अपने पूर्वजों के आत्माओं की पूजा करने लगे। वे बौद्ध धर्म और दूसरे धर्म की ओर फिरे।

युनाइटेड स्टेटस आज इसी प्रकार प्रभु के फिराव से गुजर रहा है। उनकी उद्घाटन के भाशण में राश्ट्रपति ओबामा ने कहा, ‘‘अमरिका मसीही राश्ट्र नहीं है।’’ यह एक बार था, परन्तु श्रीमान ओबामा ने कहा अब वो सत्य नहीं है। और इस वर्श श्रीमान ओबामा राश्ट्रदिन की प्रार्थना से दूर रहे, जो अमरिका ने दषको से देखा था। बहुत से अमरीकन अब हमारे दादा परदादा के प्रभु पर विष्वास नहीं करते। प्राचीन चीन के लोग इसी प्रकार की प्रक्रिया से गुजरे। बहुत से आधुनिक अमरीकनों के समान, वे क्रमषः षेन्ग टी, स्वर्ग के राजा से फिर गये। आज बहुत से अमरीका, और एषिया के लोग भी, परमेष्वर को नहीं जानते।

इसी प्रकार ये एथेंस में भी था। वे जीवित परमेष्वर से फिर गये। पवित्रषास्त्र कहता है,

‘‘इस कारण कि परमेष्वर को जानने पर भी उन्होंने परमेष्वर के योग्य बड़ाई और धन्यवाद न किया, परन्तु व्यर्थ विचार करने लगे, यहाँ तक कि उन का निर्बुद्धि मन अन्धेरा हो गया’’ (रोमियों 1:21)।

वे अब नहीं जानते थे प्रभु को जिनकी उन्होंने मूलरूप से पूजा की थी। और प्रेरितो पौलुस ने उनसे कहा, ‘‘मैंने एक ऐसी वेदी भी पाई जिस पर लिखा था, अनजाने ईष्वर के लिये ... मैं तुम्हें उसका समाचार सुनाता हूँ’’ (प्रेरितों 17:23)। उनके पास सेकड़ो प्रतिमाएँ और झुठे प्रभु थे। परन्तु उनको सच्चे प्रभु की जानकारी नहीं थी। वे उनके लिये ‘‘अनजाने ईष्वर’’ बन गये।

फिर पौलुस ने उनको कहा कि अनजाने ईष्वर ने संसार बनाया, और सब कुछ जो इसके अन्दर है। उसने कहा कि प्रभु जो वे नहीं जानते वे ‘‘स्वर्ग और पृथ्वी के स्वामी’’ है और इंसानी हाथो से बने मन्दिरो में नहीं रहते। उसने उनको कहा कि अनजान ईष्वर ष्‍ेान्ग टी, स्वर्ग के राजा थे, ‘‘स्वर्ग और पृथ्वी के स्वामी’’ (प्रेरितो 17:24)

हम आपसे नये धर्म का विष्वास करने नहीं कहते। वहाँ पर मसीहीता में कुछ भी नया नहीं है। यह संसार का सबसे पुराना धर्म है। मसीहीता पीछे जाती है षुरूआत के समय में, अदन की वाटिका में। यह यहाँ था बौद्ध धर्म, ताओइझम, हीन्दुत्व, इस्लाम, या कोई ओर धर्म से बहुत सदीयाँ पहले। मसीह हमें प्रभु, स्वर्ग के पितामह, षेन्ग टी, स्वर्ग के राजा से पुनःमिलन कराने आये। प्रेरितो पौलुस ने कहा,

‘‘तुम लोग ... प्रतिज्ञा की वाचाओं के भागी न थे और आषाहीन और जगत में ईष्वररहित थे। पर अब मसीह यीष में तुम जो पहले दूर थे, मसीह के लहू के द्वारा निकट हो गय हो’’ (इफिसियों 2:12-13)।

मसीह आये हमे हमारे प्राचीन पूर्वजो के परमेष्वर से पुनःमिलाने। मसीह आये हमें हमारी अंधश्रद्धा और हमारी प्रतिमाओं से दूर करने। मसीह आये हमें ‘‘अनजान ईष्वर’’ से जानकार करने।

और फिर प्रेरितो पौलुस ने उनसे कहा कि प्रभु ‘‘ने एक ही मूल से मनुश्यों की सब जातियाँ सारी पृथ्वी पर रहने के लिये बनाई है’’ (प्रेरितो 17:26)। वहाँ पर आज सारे संसार में कुल और वंष संबंधी तनाव और युद्ध चल रहे है। वहाँ चीन और जपान के बीच तनाव है। वहाँ पर कुल और वंष संबंधी तनाव है ईरान के लोग और यहूदियों के बीच इस्त्राएल में। हकीकत में परेषानी कुल या वंष संबंधी नहीं है। कैसे भी। परेषानी है आध्यात्मिक। कुल या वंष संबंधी पक्षपात पाप के परिणाम स्वरूप है।

पौलुस ने कहा कि परमेष्वर ने सारे राश्ट्रो को ‘‘एक लहू’’ से बनाया। उसे वह कैसे मालूम पड़ा? उसने यह जाना बाइबल में प्रभु के आकाषवाणी (प्रकाषितवाक्य) के द्वारा! आधुनिक समय तक आदमीयों ने नहीं जाना प्रभु ने दो हजार वर्श पहले पौलुस को क्या आकाषवाणी की थी! आप आफ्रिका के आदमी से लहू लेकर ष्वेत आदमी को चढ़ा सकते हो। आप चीन के आदमी का लहू लेकर और इसे ओस्ट्रेलिया के निवासी को दे सकते हो। ऐसा क्यों मुमकिन है? क्योंकि प्रभुने ‘‘एक ही मूल से मनुश्यों की सब जातियाँ सारी पृथ्वी पर रहने के लिये बनाई है’’ (प्रेरितो 17:26)। उसने एंथेस के आदमीयों को विस्मित किया होगा, जिसने उस दिन पौलुस को बोलते सुना था। पाप के कारण, वे जातिवादी थे। उन्होंने सोचा वे दूसरो से अधिक बेहतर थे। परन्तु वे गलत थे। अनजान ईष्वर ने पूरी मनुश्यजाति एक आदमी और एक औरत से ही बनायी थी। अभी का डीएनए (DNA) परीक्षण दिखाता है कि पूरी मनुश्यजाति नीचे आयी मध्य-पूर्व मे ंएक औरत से। टाइम पुस्तिका मे ंउस पर मुख्य कहानी (cover story) थी थोड़े वर्श पहले। कोई बात नहीं आप किसी भी जाति से आये हो, हम सब संबंधी है। हम सारे लहू के भाइ या बहन है! और मसीह हम सबको फिर से साथ लाते है एक परिवार में, कलीसिया में। और मुझे आज रात हमारे युवा लोगों से कहना है - जातिवाद के पक्षपात को आप की किसी भी दूसरे संस्कृति से संगति पर न आने देना। हमारे कलीसिया में जातिवाद के पक्षपात के विरूद्ध लड़े। यह वीशयी और पापभरा है ड़रना दूसरे जाति का मित्र होने से! एक रात मेरे पुत्र ने कहा यह ‘‘चमत्कार’’ था कि मैं और मेरी पत्नी एक दूसरे के साथ षादी के 30 वर्श बाद भी अच्छी तरह चलते थे क्योंकि वो हीस्पानीक है और मै ष्वेत हूँ। पिछले गुरूवार हमने हमारी षादी की तीसवी वर्शगांठ मनायी। मैं सोचता हूँ, चेतना में, मेरा पुत्र सही है। यह चमत्कार लगे, परन्तु मुझे यह संसार की सबसे स्वाभाविक बात लगती है! मैं उसके बिना जीवन सोच भी नहीं सकता! वो परमेष्वर की महान् भेंट है मुझे, और मैं उनको इसके लिये रोज धन्यवाद करता हूँ।

और इसी तरह यह हमारे कलीसिया में होना चाहिए, क्योंकि प्रभुने ‘‘एक ही मूल से मनुश्यों की सब जानियाँ सारी पृथ्वी पर रहने के लिये बनाई है’’ (प्रेरितो 17:26)। यह संसार की सबसे स्वाभाविक बात लगती है कि मैंने चीनी कलीसिया में बप्तीस्मा पाया, मेरे याजक, दो दषको से भी ज्यादा के लिये चीन के विद्वान थे। ये खोए संसार को षायद विचित्र लगे। वे निरन्तर एक दूसरे से लड़ते रहते है, एक जाति दूसरे के सामने। परन्तु प्रभु यीषु मसीह आये, ना सिर्फ हमें परमेष्वर से फिर मिलाने, परन्तु हमें साथ मिलाने को भी, सारी जातियाँ, एक षरीर में, कलीसिया में! कलीसिया हमारे प्रकार का, बहुत से विभिन्न जाति संबंधी समुदाय के साथ, धरती पर सबसे स्वाभाविक बात के योग्य है, क्योंकि प्रभु हमें साथ लाते है! पाप हमें अलग करता है। परन्तु प्रभु हमें साथ लाते है। हकीकत में, वो होना चमत्कार ही है - नये जन्म का चमत्कार! अगर हम हकीकत में फिर से जन्मे है, तो ऐसा हो सकता है! जब डो. जोन आर. राइस की सबसे छोटी बेटी यहाँ थोड़े हफते पहले थी, उसने और मेरी पत्नी ने हमारे कलीसिया में 20 सांस्कृतिक और जाति संबंधी समुदाय गिने। उसने कहा यह अद्भुत था। इसे वैसा ही रखने काम करो! संसार को देखने दो कि हम सब मसीह में भाई और बहने है! इस कलीसिया को भाग किए हुए संसार में एकता और प्रेम की गवाही बनने दो! ‘‘आज किसी को सहाय करो’’। इसे गाओ

आज किसी को सहाय करो,
   किसी को जीवन के राह पर,
विस्तृत मित्रता के साथ,
   सारे अकेलेपन के अंत के साथ,
ओह, आज किसी को सहत्य करो!
   (‘‘आज किसी को सहाय करो’’ केरी ई. ब्रेक के द्वारा, 1855-1934;
      याजक द्वारा ठीक किया हुआ)।

और प्रेरितो पौलुस ने एथेंस के उन लोगों से कहा,

‘‘ ... परमेष्वर ने अज्ञानता के समयों पर ध्यान नहीं दिया, पर अब हर जगह सब मनुश्यों को मन फिराने की आज्ञा देता है’’ (प्रेरितो 17:30)।

प्रभु ने भूतकाल में उनकी अज्ञानता, और अंधश्रद्धा को अनदेखा किया। परन्तु अब उन्होंने हम सब को आदेष किया है, चाहे हमारी कोई भी जाति या अप्रधान स्थान हो, पश्चाताप करने को। अब वो ‘‘सब मनुश्यों को मन फिराने की आज्ञा देता है।’’ यह सलाह या मषवरा नहीं है। परमेष्वर हम सब को पष्चाताप करने का आदेष देते है! वो परमेष्वर के वचन है! प्रभु कहते है, ‘‘मैं आपको पश्चाताप करने की आज्ञा देता हूँ’’। इस का अर्थ है अपने मन को पाप के बारे में फिराओ। इसका मतलब है पाप से फिरना, और मसीह की ओर फिराना। इसका अर्थ है आप स्वयं पर भरोसा करना बंद करें और मसीह का भरोसा करो। जब आप सच्चा पश्चाताप करते है, आप परमेष्वर के सामर्थ्य द्वारा फिर से जन्म लेते हो।

मसीह इस संसार में आये हमें पाप, और मृत्यु, और अधोलोक से बचाने। वे आये, कारण पर, क्रूस पर मरने, हमारे पाप को चुकाने। वे आये क्रूस पर उनका बहुमूल्य लहू बहाने ताकि हमारे पाप षुद्ध करे प्रभु का नजरो में। और मसीह षारीरिकरूप में उठे, माँस और हड्डीयों के साथ मृत्यु से। वे अब जीवित है, ऊपर स्वर्ग में, दूसरे परिमाण में, हमारे लिये प्रार्थना करते हुए। जब आप विष्वास से मसीह के पास आते हो तो आप तुरंत फिर से जन्म लेते हो। आप मसीह के साथ नये जीवन में प्रवेष प्राप्त करते हो। बाइबल कहता है, ‘‘यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृश्टि है पुरानी बातें बीत गई है, देखो, सब बातें नई हो गई है’’ (2 कुरिन्थियों 5:17)।

हमारी लड़कियों में से एक, ष्वेत लड़की, एक चीनी लड़की को सहाय कर रही थी जो हमारे कलीसिया में नयी थी। इस युवा ष्वेत लड़की ने मुझे प्रार्थना का अरजी पत्र दिया। उसने जो पत्र दिया था वो व्याकरण के अनुसार ज्यादा ठीक नहीं था, परंतु वो बहुत सुन्दर प्रार्थना पत्र था। उसने मुझे चीनी लड़की के लिये प्रार्थना करने कहा, ‘‘कि वो जीवित यीषु का प्रेम महसूस करे, ना सिर्फ ‘कलीसिया’’’। हाँ! आमीन! हम आपके लिये प्रार्थना करते है हमारे कलीसिया में लोगों के आगे देखने। हम चाहते है आप जीवित मसीह का प्रेम महसूस करो और जानो! हम चाहते है आप बचाये जाओ, फिर से जन्मो, मृत्यु से अनंत जीवन तक पसार हो जीवित मसीह विष्वास के द्वारा!

पौलुसने उन एथेंस के लोगों से कहा कि प्रभु ने मसीह को मृत्यु से जिलाया। उसने उनको कहा कि उन्हें मसीह का भरोसा करना ही चाहिए या वे उनको आखरी न्याय के समय दण्ड देंगे। मसीह जीवित है। वे संसार का न्याय करने लौटकर आ रहे है। क्या आप तैयार हो? क्या आपके पाप मसीह के लहू द्वारा षुद्ध हुए है?

मार्स पर्वत (अरियुपगुस) पर पौलुस के धार्मिक प्रवचन का परिणाम क्या था? वहाँ पर उसके धार्मिक प्रवचन तीन प्रतिभाव थे,

मरे हुओं के पुनरूत्थान की बात सुनकर कुछ तो ठट्टा करने लगे और कुछ ने कहा यह बात हम तुझ से फिर कभी सुनेंगे। इस पर पौलुस उनके बीच में से निकल गया। परन्तु कुछ मनुश्य उसके साथ मिल गए और विष्वास किया, जिनमें दियुनुसियुस जो अरियुपगुस का सदस्य था और दमरिस नामक एक स्त्री थी और उनके साथ और भी लोग थे’’ (प्रेरितो 17:22-34)।

उनमें से कुछ हँसे और मज़ाक उड़ाया। उनमें से कुछ ने कहा, ‘‘यह बात हम तुझ से फिर कभी सुनेंगे’’। हमें इसके बारे में ज्यादा सुनने की आवष्यकता है, और इस पर सोचने की भी। परन्तु उनमें से कुछ ने वहीं मसीह पर विष्वास किया और वे बचाये गये थे। हम प्रार्थना करते है कि आप में से कुछ यहाँ आज रात अपने पाप भरे जीवनषैली से फिरेंगे और यीषु मसीह पर भरोसा करेंगे, और उनके द्वारा बचाये जायेंगे, उनके बहुमल्य लहू द्वारा आपके पाप को धो कर षुद्ध करेंगे। फिर आप परमेष्वर से फिर से मिलाये जाओगे। फिर आप अपने स्वयं के लिये जानोगे प्राचीन चीन के परमेष्वर, षेन्ग टी - स्वर्ग का राजा को! हम आपको मसीह पर भरोसा करने के लिये प्रोत्साहित करते है। वे आपको दे सकते है षान्ति और आनंद और आषा जो आपने पहले कभी नहीं जानी थी। और हम आपको यहाँ कलीसिया फिर कल आने के लिये प्रोत्साहित करते है। कल सुबह 10:30 बजे हमारे पास विषिश्ट भोजन है - और तीसरा विषिश्ट भोजन कल रात 6:30 बजे। वापस आओ और हमारे साथ रहो आनंद और संगति के लिये।

मैं मौजूद हूँ आप में से किसी के भी साथ बात करने जिसे यीषु पर भरोसा करना है और बचाया जाना है। परमेष्वर आप से ऐसा करने को सहाय करे! आमीन।

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(संदेश का अंत)
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धार्मिक प्रवचन से पहले डो. क्रेगटन् एल. चान द्वारा की हुई प्रार्थना।
धार्मिक प्रवचन से पहले श्रीमान बेन्जामिन किनकेड ग्रीफिथ द्वारा गाया हुआ गीत
     ‘‘सराहना, मेरी आत्मा, स्वर्ग के राजा’’ (हेन्री एफ. लायटे द्वारा, 1793 - 1847)।